नई दिल्ली। शिष्टाचार भेंट का इस्तेमाल राजनीतिक फायदे के लिए करने संबंधी मनोहर पर्रिकर के आरोप को खारिज करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि उन्होंने गोवा के मुख्यमंत्री के साथ हुई कोई निजी बातचीत साझा नहीं की है।
उन्होंने कहा कि मैंने राफेल मामले से जुड़ीं वही बातें की हैं जो पहले से सार्वजनिक पटल पर हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनको इस अनावश्यक और दुर्भाग्यपूर्ण विवाद पर बोलने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि पर्रिकर का पत्र मीडिया को लीक किया गया।
गांधी ने पर्रिकर को लिखे जवाबी पत्र में कहा, 'पर्रिकरजी, मैं यह सुनकर आहत हूं कि आपने मुझे कोई पत्र लिखा और इसे मुझे पढ़ने का मौका मिलने से पहले ही मीडिया में लीक कर दिया।'
उन्होंने कहा, 'सम्मान के साथ कहना चाहता हूं कि मेरा आपके यहां दौरा पूरी तरह निजी था। निःसन्देह आपको यह याद होगा कि जब अमेरिका में आपका उपचार चल रहा था तब भी मैंने आपकी सेहत के बारे में जानने के लिए संपर्क किया था।'
कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि बहरहाल, मैं एक जनप्रतिनिधि हूं। राफेल सौदे में एक भ्रष्ट प्रधानमंत्री की बेईमानी को लेकर उन पर हमला करना मेरा अधिकार है। उन्होंने कहा कि मैंने वही बातें कहीं हैं जो पहले से ही सार्वजनिक पटल पर हैं। मैंने हमारी मुलाकात के दौरान हुई बातचीत की कोई जानकारी साझा नहीं की है।
उन्होंने कहा कि उन्हें इस अनावश्यक और दुर्भाग्यपूर्ण विवाद पर बोलने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि पत्र मीडिया को लीक किया गया। गांधी ने इसके साथ ही पर्रिकर के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
दरअसल, पिछले काफी अर्से से बीमार चले रहे गोवा के मुख्यमंत्री पर्रिकर ने बुधवार को राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि उन्होंने शिष्टाचार भेंट का इस्तेमाल तुच्छ राजनीतिक फायदे के लिए किया और उन दोनों के बीच पांच मिनट की मुलाकात में राफेल मुद्दे का कोई जिक्र नहीं हुआ था।
कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे पत्र में पर्रिकर ने कहा, 'मैं इसे लेकर बेहद आहत हूं कि आपने इस मुलाकात का इस्तेमाल भी अपने तुच्छ राजनीतिक फायदे के लिए किया। आपने मेरे साथ महज 5 मिनट का वक्त बिताया और इस दौरान न तो आपने राफेल के बारे में कुछ जिक्र किया और न ही हमने इस संबंध में कोई चर्चा की।'
पर्रिकर ने राहुल को यह पत्र ऐसे समय में लिखा है जब एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया था कि पूर्व रक्षा मंत्री पर्रिकर ने स्पष्ट तौर पर कहा कि उनका नये सौदे से कोई लेना देना नहीं है।
गांधी ने बुधवार को युवा कांग्रेस के कार्यक्रम में कहा, 'मैं कल पर्रिकर जी से मिला था। पर्रिकर जी ने खुद कहा था कि सौदा बदलते समय पीएम मोदी ने हिंदुस्तान के रक्षा मंत्री से नहीं पूछा था।' (भाषा)