हमारा बजाज, विज्ञापन के ये दो शब्द से बजाज स्कूटर पूरे देश में लोकप्रिय हो गया। यह एक पूरे ब्रांड के सफलता की कहानी बयां करता है। इसके पीछे राहुल बजाज जैसे लीडर का नाम है।
वे राजनीतिक रूप से सक्रिय थे। यहां तक एक बार उन्होंने अमित शाह और निर्मला सीमारमण के सामने पीएम मोदी के बारे में ऐसी बात कह दी थी कि जिसे हर कोई कहने की हिम्मत नहीं कर सकता था।
राहुल बजाज का 84 साल की उम्र में निधन हो गया। लेकिन आपको बता दें कि वे बिजनेस से लेकर राजनीति दोनों जगह पर न सिर्फ सक्रिय बल्कि मुखर भी थे।
देश के लीडिंग ब्रांड के लीडर राहुल बजाज ना सिर्फ कारोबारी जगत में कड़े फैसले लेते थे, बल्कि सियासी तौर पर भी मुखर रहते थे। यही वजह है कि उन्होंने एक कार्यक्रम में देश के गृहमंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के सामने भी नरेंद्र मोदी सरकार की तीखी आलोचना की थी।
राहुल बजाज ने कहा था, डर का यह माहौल, पक्के तौर पर हमारे दिमाग में है। आप (केन्द्र सरकार) अच्छा काम कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद हमें यह विश्वास नहीं है कि आप आलोचना को सराहेंगे।
राजनीति: राजनीति से राहुल बजाज का तगड़ा कनेक्शन रहा है। वह 2006 से लेकर 2010 तक राज्यसभा के सदस्य भी रहे। राहुल बजाज के पिता कमलनयन बजाज सांसद रहे हैं। वहीं, राहुल बजाज के दादा जमनालाल बजाज महात्मा गांधी से प्रभावित थे। एक वक्त में जमनालाल बजाज ने कांग्रेस के कोषाध्यक्ष का पदभार भी संभाला था।
कारोबार: राहुल बजाज के कारोबार में सक्रियता की बात करें तो 1965 में बजाज समूह की कमान संभाली थी। उन्होंने कंपनी का नेतृत्व करते हुए बजाज चेतक नाम का स्कूटर बनाया। इस स्कूटर ने मिडिल क्लास के व्हीकल के सपने को पूरा किया। राहुल बजाज ने बीते साल ही कंपनी के गैर- कार्यकारी निदेशक और चेयरमैन के पद से इस्तीफा दे दिया था।