गृहमंत्री शाह की आंबेडकर से संबंधित टिप्पणी को लेकर संसद परिसर में विपक्ष का विरोध प्रदर्शन

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
बुधवार, 18 दिसंबर 2024 (12:50 IST)
Opposition to Amit Shah: कांग्रेस (Congress) और कई अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) द्वारा बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर (Baba Saheb Bhimrao Ambedkar) के संदर्भ में की गई एक टिप्पणी को लेकर बुधवार को संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और शाह से माफी की मांग की।
 
संसद भवन के 'मकर द्वार' के निकट कांग्रेस, द्रमुक और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सांसद एकत्र हुए और शाह की टिप्पणी को लेकर विरोध जताते हुए नारेबाजी की। विपक्षी दलों ने 'जय भीम' और 'बाबा साहेब का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान' के नारे लगाए। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, द्रमुक नेता टी.आर. बालू और कई विपक्षी सांसद बाबा साहेब की तस्वीर लेकर प्रदर्शन में शामिल हुए।ALSO READ: आंबेडकर पर फिसली अमित शाह की जुबान, गृहमंत्री की बात सुनते ही भड़क गए कांग्रेस नेता
 
गृहमंत्री देश से माफी मांगें : कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा ने आरोप लगाया कि गृहमंत्री ने उच्च सदन में बाबा साहेब का अपमान किया है। ये लोग सिर्फ चुनाव और राजनीतिक हित के लिए बाबा साहेब का नाम लेते हैं। बाद में उनका अपमान करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे लिए संविधान किसी पवित्र ग्रंथ से कम नहीं है और बाबा साहेब, भगवान से कम नहीं हैं। गृहमंत्रीजी को देश से माफी मांगनी चाहिए।
 
कांग्रेस और विपक्षी दलों का आरोप है कि शाह ने राज्यसभा में 'भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा' विषय पर 2 दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को अपने संबोधन के दौरान बाबा साहेब का अपमान किया। मुख्य विपक्षी दल ने शाह के संबोधन का एक वीडियो अंश जारी किया जिसमें गृहमंत्री विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए यह कहते सुने जा सकते हैं कि अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर...। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो 7 जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।ALSO READ: सेक्यूलर नागरिक संहिता पर बवाल, कांग्रेस ने बताया आंबेडकर का अपमान
 
खरगे ने की गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के अपमान का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें अपने पद से तत्काल इस्तीफा देना चाहिए तथा देश से माफी मांगनी चाहिए।
 
उन्होंने संसद परिसर में बातचीत में यह दावा भी किया कि शाह की टिप्पणी का यह मतलब था कि बाबा साहेब का नाम लेना भी गुनाह है। खरगे ने आरोप लगाया कि अमित शाह और भाजपा के लोगों के दिमाग में जो 'मनुस्मृति' और आरएसएस की विचारधारा है, वह यह दर्शाती है कि वे बाबा साहेब के संविधान का आदर नहीं करते।ALSO READ: देवेगौड़ा ने संसद से आर्थिक आधार पर आरक्षण पर विचार करने का किया आह्वान
 
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष खरगे ने कहा कि हम शाह की टिप्पणी का पुरजोर विरोध करते हैं। बाबा साहेब का अपमान देश और देशवासी सहन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि अमित शाह पूरे देश से माफी मांगें और अपने पद से इस्तीफा दें। कांग्रेस और विपक्षी दलों का आरोप है कि शाह ने राज्यसभा में 'भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा' विषय पर 2 दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को अपने संबोधन के दौरान बाबा साहेब का अपमान किया।
 
मुख्य विपक्षी दल ने शाह के संबोधन का एक वीडियो अंश जारी किया जिसमें गृहमंत्री विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए यह कहते सुने जा सकते हैं कि अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर...। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो 7 जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Operation Sindoor के दौरान POK पर कब्जा क्यों नहीं किया, प्रधानमंत्री मोदी से किसने किया यह सवाल

कर्नाटक में 18 भाजपा विधायकों का निलंबन हुआ रद्द, विधानसभा अध्यक्ष खादर ने दी यह नसीहत

हिंदू मजबूत होंगे तभी दुनिया में... RSS प्रमुख मोहन भागवत ने क्यों कहा ऐसा

भारत बना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, जापान को पछाड़ा, प्रति व्यक्ति आय में हुई बढ़ोतरी

पहलगाम हमले पर भाजपा सांसद जांगड़ा के बयान पर बवाल, क्या है कांग्रेस की मोदी से मांग

सभी देखें

नवीनतम

नीति आयोग की बैठक में नहीं शामिल हुए CM नीतीश, तेजस्वी यादव ने किया ऐसा कटाक्ष

इसराइल ने गाजा पर फिर किए हमले, बच्चों समेत 38 लोगों की मौत

UP : कंटेनर से टकराई बेकाबू कार, 4 लोगों की मौत

अमृतसर में अकाली दल के पार्षद की गोली मारकर हत्या, मिल रहे थे धमकीभरे कॉल, 3 हमलावर पहचाने गए

Operation Sindoor के दौरान POK पर कब्जा क्यों नहीं किया, प्रधानमंत्री मोदी से किसने किया यह सवाल

अगला लेख