नई दिल्ली। मोदी सरकार बुलेट ट्रेन की तैयारी में जरूर जुटी हुई है लेकिन उससे पहले नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की जो रिपोर्ट सामने आई है, उससे बहुत बड़ा झटका लगा है। इस रिपोर्ट में बताया गया कि देश में बीते 10 वर्षों में भारतीय रेल परिचालन अनुपात सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है।
इसे लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। प्रियंका ने ट्वीट कर कहा कि भारतीय रेल देश की लाइफलाइन है। अब भाजपा सरकार ने भारतीय रेल को भी सबसे बुरी हालत में लाकर खड़ा कर दिया है। कुछ दिनों बाद बाकी सरकारी उपक्रमों की तरह भाजपा सरकार रेलवे को भी बेचना शुरू कर देगी, क्योंकि भाजपा सरकार की स्किल बनाना नहीं बेचना है।
CAG ने अपनी रिपोर्ट में सिफारिश की है कि रेलवे को आंतरिक राजस्व बढ़ाने के लिए उपाय करने चाहिए ताकि सकल और अतिरिक्त बजटीय संसाधनों पर निर्भरता कम की जा सके।
रेलवे में इस परिचालन अनुपात (ओआर) का तात्पर्य यह है कि रेलवे ने 100 रुपए कमाने के लिए 98.44 रुपए व्यय किए। यानी 2 फीसदी पैसा भी नहीं कमा रही है रेलवे। भारतीय रेल का परिचालन अनुपात 2017-18 में 98.44 फीसदी रहने का मुख्य कारण संचालन व्यय में उच्च वृद्धि है।
CAG ने भारतीय रेलवे की आय बढ़ाने के लिए सुझाव में कहा है कि सकल और अतिरिक्त बजटीय संसाधनों पर निर्भरता को कम किया जाना चाहिए। चालू वित्त वर्ष के दौरान रेल के पूंजीगत व्यय में कटौती के अलावा भारतीय रेलवे बाजार से प्राप्त निधियों का पूर्ण रूप से उपयोग सुनिश्चित करे।