Oppenheimer: दुनिया भर में रॉबर्ट जे ओपेनहाइमर पर उन्हीं के नाम पर बनी फिल्म की चर्चा है। इसे लेकर भारत में विवाद भी है तो वहीं परमाणु के जनक माने जाने वाले ओपेनहाइमर की कहानी बयां करती ये फिल्म अच्छा कारोबार कर रही है। शायद आप नहीं जानते कि ओपेनहाइमर और भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु का भी एक कनेक्शन रहा है। आइए जानते हैं क्या है वो कनेक्शन।
दरअसल, ओपेनहाइमर एक अमेरिकी भौतिक विज्ञानी थे। जिन्हें 'परमाणु बम का जनक' कहा जाता है। क्रिस्टोफर नोलन ने रॉबर्ट जे ओपेनहाइमर पर यह फिल्म बनाई है।
नेहरू ने दिया था आमंत्रण : एक तरफ जहां आम लोग एटम बम बनाने वाले इस वैज्ञानिक की कहानी जान रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ एक किताब में दावा किया गया है कि ओपेनहाइमर को भारत आने और यहां बसने के लिए आमंत्रित किया गया था। यह निमंत्रण भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने दिया था।
दरअसल, ओपनहाइमर परमाणु बम के जनक तो थे ही लेकिन वे परमाणु बम के आलोचक भी माने जाते थे। जिस अमेरिका के लिए उन्होंने ये बम बनाया, उसी ने उन्हें बाद में गद्दार घोषित कर दिया था। इसी दौरान भारत ने उन्हें भारत में नागरिकता देने का निमंत्रण दिया था। ओपनहाइमर की जीवनी लिखने वाले काई बर्ड ने एक इंटर्व्यू में कहा है कि भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने ओपनहाइमर को भारत की नागरिकता का ऑफर दिया था। लेकिन ओपनहाइमर ने अपने देश अमेरिका को ही चुना।
कौन थे रॉबर्ट ओपेनहाइमर : रॉबर्ट जे ओपेनहाइमर अमरीकी भौतिक वैज्ञानिक थे। उन्होंने अमेरिका के लिए एटम बम बनाया था। 6 और 9 अगस्त 1945 को अमेरिका ने जापान के दो शहरों हिरोशिमा और नागासाकी पर यह परमाणु बम गिराए थे। इन हमलों में करीब 2 लाख से ज्यादा जापानियों की मौत हो गई थी। 22 जुलाई को क्रिस्टोफर नोलन (Christopher Nolan) की बनाई फिल्म 'ओपेनहाइमर' रिलीज हुई है। इस फिल्म में ओपेनहाइमर और परमाणु बम बनाने के इर्दगिर्द की कहानी को दर्ज किया गया है। इस फिल्म के एक दृश्य में भारत के धार्मिक ग्रंथ गीता को दिखाए जाने पर विवाद भी चल रहा है।
Edited by navin rangiyal