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राहुल गांधी के बयान पर PM मोदी का पलटवार, कहा- देश के उद्यमियों को कोरोना वैरिएंट कहना ठीक नहीं

हमें फॉलो करें राहुल गांधी के बयान पर PM मोदी का पलटवार, कहा- देश के उद्यमियों को कोरोना वैरिएंट कहना ठीक नहीं
, मंगलवार, 8 फ़रवरी 2022 (00:30 IST)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान पूरे भाषण में पीएम मोदी ने रह-रहकर कांग्रेस पार्टी पर जमकर हमला बोला। इस दौरान पीएम मोदी ने राहुल गांधी के उस बयान पर भी पलटवार किया, जिसमें उन्होंने देश के उद्यमियों को कोरोनावायरस (Coronavirus) का वेरिएंट कहा था।


पीएम मोदी ने राहुल गांधी के बयान का जवाब देते हुए कहा कि क्या हमारे देश के उद्यमी कोरोना वेरिएंट हैं क्या? क्या हो गया है हमें? पीएम मोदी ने कहा कि विभाजनकारी मानसिकता एवं अंग्रेजों की ‘फूट डालो, राज करो’ की नीति अपनाकर विपक्षी पार्टी टुकड़े-टुकड़े गैंग की लीडर बन गई है।

कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्षी पार्टी को दशकों से अनेक राज्यों की जनता नकार चुकी है लेकिन उसका अहंकार नहीं जाता और वह अब भी ‘अंध विरोध’ में लगी है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि उसने (कांग्रेस ने) मन बना लिया है कि उसे 100 साल तक सत्ता में नहीं आना है।

कोरोना महामारी का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि इस कोरोना काल में तो कांग्रेस ने हद कर दी। पहली लहर के दौरान देश जब लॉकडाउन का पालन कर रहा था, जब विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) दुनियाभर को सलाह देता था, सारे स्वास्थ्य विशेषज्ञ कह रहे थे कि जो जहां है वहीं पर रुके। तब कांग्रेस के लोगों ने मुंबई के रेलवे स्टेशनों पर श्रमिकों को जाने के लिए मुफ्त टिकट दिया, लोगों को जाने के लिए प्रेरित किया।

कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा, आपने बड़ा पाप किया है। उन्होंने कोरोनावायरस महामारी से निपटने को लेकर अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि केविड-19 महामारी के दौरान प्रवासी श्रमिकों को दिल्ली छोड़ने के लिए प्रेरित किया गया।उन्होंने आरोप लगाया कि इसके कारण बिहार, उत्तर प्रदेश में संक्रमण के मामले बढ़े।

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का लोकसभा में जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कोरोना काल के बाद दुनिया एक नई व्यवस्था की तरफ बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है। भारत को इस अवसर को गंवाना नहीं चाहिए।

मोदी ने लगभग 100 मिनट के अपने भाषण में कहा कि ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के बाद देश जब आजादी के 100 साल मनाएगा, तब तक हम पूरे सामर्थ्य से, पूरी शक्ति एवं पूरे संकल्प से देश को उच्चतम स्तर पर लेकर पहुंचेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज विभाजनकारी मानसिकता कांग्रेस के डीएनए में घुस गई है और कांग्रेस की नीति ‘बांटो और राज करो' की बन गई है। उन्होंने कहा, अंग्रेज चले गए लेकिन बांटो और राज करो की नीति को कांग्रेस ने अपना चरित्र बना लिया है। इसलिए ही आज कांग्रेस टुकड़े-टुकड़े गैंग की लीडर बन गई है।

मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की सत्ता में आने की इच्छा खत्म हो चुकी है, उसे लगता है कि जब कुछ मिलने वाला नहीं है तो कम से कम बिगाड़ दो...कांग्रेस आज इसी दर्शन पर चल रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हम सब संस्कार से, व्यवहार से लोकतंत्र के लिए प्रतिबद्ध लोग हैं और आज से नहीं, सदियों से हैं। आलोचना जीवंत लोकतंत्र का आभूषण है, लेकिन अंध विरोध लोकतंत्र का अनादर है।

विपक्ष पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, दुर्भाग्य यह है कि आपमें से बहुत से लोग ऐसे हैं जिनका कांटा 2014 में अटका हुआ है और उससे वो बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। उसका नतीजा भी आपको भुगतना पड़ा है। उन्होंने कहा, देश की जनता आपको पहचान गई है, कुछ लोग पहले पहचान गए, कुछ लोग अब पहचान रहे हैं और कुछ लोग आने वाले समय में पहचानने वाले हैं।

राहुल गांधी का नाम लिए बिना मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस नेता को उस बयान के लिए आड़े हाथों लिया जिसमें उन्होंने कहा था कि संविधान में भारत को राज्यों का संघ बताया गया है, राष्ट्र नहीं। अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीयता को लेकर प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के वक्तव्यों का उल्लेख करते हुए विपक्षी पार्टी पर निशाना साधा।

मोदी ने कहा, हमारे लिए राष्ट्र जीवंत आत्मा है और केवल सत्ता या सरकार चलाने की व्यवस्था नहीं। उन्होंने कांग्रेस पर तमिल भावना भड़काने का आरोप लगाया। उन्होंने जानेमाने तमिल कवि एवं स्वतंत्रता सेनानी सुब्रमण्यम भारती की कविता का भी उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह अच्छा होता कि ‘सबका प्रयास’ के तहत देश ने जो कुछ हासिल किया है, उसे खुले मन से स्वीकार किया गया होता। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के एक बयान के संदर्भ में मोदी ने कहा कि आज राष्‍ट्र पूरी एकजुटता और ताकत के साथ खड़ा है और जब हमारे सीडीएस जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर हादसे में अकस्मात निधन हुआ और जब उनका पार्थिव शरीर तमिलनाडु में हवाई अड्डे पर ले जाने के लिए रास्ते से गुजर रहा था तो तमिल भाइयों-बहनों ने लाखों की संख्या में घंटों तक कतार में सड़क पर खड़े होकर ‘वीर वणक्कम’ का उद्घोष किया था।

राहुल गांधी के भाषण के परोक्ष संदर्भ में प्रधानमंत्री ने कहा कि जो कुछ भी संसद में कहा गया, वह उसका अपमान है। गौरतलब है कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष निशाना साधते हुए कहा था कि देश को ‘शहंशाह’ की तरह चलाने की कोशिश हो रही है तथा इस सरकार की नीतियों के चलते आज देश आंतरिक एवं बाहरी मोर्चों पर ‘बड़े खतरे’ का सामना कर रहा है।

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया था, सबसे महत्वपूर्ण है कि अब दो भारत हैं जिसमें एक अमीरों का हिंदुस्तान है, दूसरा हिंदुस्तान गरीबों के लिए है और इनमें खाई बढ़ती जा रही है। राहुल ने ‘मेक इन इंडिया’, तमिलनाडु जैसे राज्यों में भाजपा एवं उसकी विचारधारा की स्वीकार्यता जैसे मुद्दों को भी उठाते हुए सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधा था।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि नगालैंड के लोगों ने आखिरी बार 1998 में कांग्रेस को जिताने के लिए वोट किया था जिसे करीब 24 साल हो गए....ओडिशा ने 1995 में कांग्रेस को जिताने के लिए वोट किया था और तब से 27 साल में विपक्षी पार्टी को राज्य में प्रवेश नहीं मिला।

उन्होंने कहा कि गोवा में 1994 में पूर्ण बहुमत के साथ आप (कांग्रेस) जीते थे और 28 साल से गोवा ने आपको स्वीकार नहीं किया। मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश, गुजरात और बिहार की जनता ने आखिरी बार 1985 में करीब 37 साल पहले कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए वोट किया था, वहीं पश्चिम बंगाल के लोगों ने करीब 50 साल पहले 1972 में विपक्षी दल को पसंद किया था।

जब कांग्रेस के सदस्यों ने प्रधानमंत्री की इन टिप्पणियों पर आपत्ति जताना शुरू किया तो उन्होंने कहा, देश का बड़ा दुर्भाग्य है कि सदन जैसी पवित्र जगह, जो देश के लिए काम आनी चाहिए, उसे दल के लिए काम में लेने का प्रयास हो रहा है। इसलिए हमें जवाब देना पड़ रहा है। कांग्रेस पर प्रहार जारी रखते हुए उन्होंने कहा, कभी-कभी मुझे विचार आता है कि जिस प्रकार से आप बोलते हैं, जिस प्रकार से आप मुद्दों को जोड़ते हैं तो ऐसा लगता है कि आपने मन बना लिया है कि आपको 100 साल तक सत्ता में नहीं आना है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने 'गरीबी हटाओ' नारे के कारण कई चुनाव जीते लेकिन ऐसा करने में असफल रहे।
मोदी ने कहा कि देश के गरीबों ने अब उन्हें वोट दिया और उनकी सरकार गरीबों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।कांग्रेस नेताओं पर जमीन से कटे होने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस देश का गरीब इतना विश्वासघाती नहीं है कि कोई सरकार उसकी भलाई के काम करे और वो फिर उसको ही सत्ता से बाहर कर दे।

उन्होंने कहा, आपकी ये दुर्दशा इसलिए हुई क्योंकि आपने मान लिया था कि नारे देकर गरीबों को अपने चंगुल में फंसाए रखोगे, लेकिन गरीब जाग गया, वो आपको जान गया। उन्होंने कहा, बीते दो साल में 100 साल का सबसे बड़ा वैश्विक महामारी का संकट पूरी दुनिया की मानव जाति झेल रही है। जिन्होंने भारत के अतीत के आधार पर ही भारत को समझने का प्रयास किया, उन्हें तो आशंका थी कि शायद भारत इतनी बड़ी लड़ाई नही लड़ पाएगा, खुद को बचा नहीं पाएगा।

उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को तो ये इंतजार था कि ये कोरोनावायरस मोदी की छवि को चपेट में ले लेगा और इसके लिएउन्होंने बहुत इंतजार किया। मोदी ने कहा कि आज ‘मेड इन इंडिया’ कोविड टीका दुनिया में सबसे प्रभावी है। उन्होंने कहा कि आज भारत कोरोना रोधी टीके की पहली खुराक के शत-प्रतिशत के लक्ष्य के निकट पहुंच रहा है और लगभग 80 प्रतिशत दूसरी खुराक का पड़ाव भी पूरा कर लिया है।

मोदी ने कहा कि कुछ लोगों को देश के नौजवानों को, देश के उद्यमियों को, देश के धन सृजनकर्ता को डराने और भयभीत करने में आनंद आता है, लेकिन देश का नौजवान उनकी बातें सुन नहीं रहा है, इसीलिए देश आगे बढ़ रहा है। उन्होंने सवाल किया कि महात्मा गांधी ने स्वदेशी की बात की और सरकार ‘मेक इन इंडिया’ पर काम कर रही है तब विपक्ष इसका मजाक क्यों उड़ा रहा है।

महंगाई के मुद्दे पर विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के अंतिम पांच वर्षों में महंगाई 10 प्रतिशत थी जबकि उनके नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार ने कोविड के बावजूद महंगाई को 5.2 प्रतिशत तक रखा और खाद्य मुद्रास्फीति 3 प्रतिशत रही। उन्होंने जवाहर लाल नेहरू को उद्धृत करते हुए महंगाई को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा।(भाषा)

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