बालाकोट हमले का सबसे बड़ा सबूत तो पाकिस्तान ने ही दे दिया, मोदी बोले

Webdunia
शुक्रवार, 5 अप्रैल 2019 (13:04 IST)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर फिदायीन आतंकवादी हमले के बाद बालाकोट में हवाई कार्रवाई का सबूत मांगने वालों को जवाब देते हुए कहा कि सबसे बड़ा सबूत पाकिस्तान ने स्वयं ट्वीट करके दुनिया को दिया था।

मोदी ने एबीपी न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय वायुसेना की हवाई कार्रवाई का सबूत मांगे जाने से संबंधित पूछे गए सवाल पर कहा कि सबसे बड़ा सबूत पाकिस्तान ने स्वयं ट्वीट करके दिया है दुनिया को। हमने तो कोई दावा नहीं किया था। हम तो अपना काम करके चुप बैठे थे। पाकिस्तान ने कहा कि आए हमको मारा फिर उन्हीं के लोगों ने वहां से बयान दिया। इस सारे में कितने मरे, कितने नहीं मरे, मरे कि नहीं मरे, ये जिसको विवाद करना है करते रहें।
 
उन्होंने कहा कि अगर हमने सेना पर कुछ किया होता या नागरिकों पर कुछ किया होता तो पाकिस्तान दुनियाभर में चिल्लाकर भारत को बदनाम कर देता, तो हमारी रणनीति ये थी कि हम गैर सैनिक एक्टिविटी करेंगे और जनता का कोई नुकसान ना हो इसका ध्यान रखेंगे। ये पहला हमारा मूलभूत सिद्धांत था और हम टार्गेट आंतकवाद को ही करेंगे। एयरफोर्स ने जो करना था, बहुत ही सफलतापूर्वक किया।
 
पुलवामा हमले के वक्त उनके शूटिंग करने के विवाद पर मोदी ने कहा कि पुलवामा की घटना मुझे पहले से पता थी क्या? मेरा तो रुटीन कार्यक्रम था उत्तराखंड में, कुछ चीजें ऐसे होती हैं जिसका हैंडल करने का तरीका होता है।
 
मोदी ने चीन के साथ संबंधों पर कहा कि इस बात में सच्चाई है कि कुछ मुद्दों पर चीन और भारत के बीच ‘मतभेद’ हैं, लेकिन हमने यह निर्णय भी किया है कि हम मतभेदों को तकरारों में बदलने की अनुमति नहीं देंगे।
 
प्रधानमंत्री ने 26 फरवरी की भारतीय वायुसेना की कार्रवाई को लेकर भारत के विपक्ष दलों द्वारा मांगे गए सबूत पर कहा कि सबसे बड़ा सबूत पाकिस्तान की तरफ से ही आया। हमने कुछ भी दावा नहीं किया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के लिए भारत की इस कार्रवाई को स्वीकार करना मुश्किल हो रहा था क्योंकि ऐसा करने पर उसे यह भी मानना होता कि उन जगहों पर ‘आतंकवाद संबंधित’ गतिविधियां जारी थीं। 
 
उन्होंने कहा कि भारत में कुछ लोग ऐसी भाषा में बात कर रहे हैं, जिससे पाकिस्तान खुश हो सकता है। यह वास्तव में चिंता की बात है। मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के दो संसदीय क्षेत्रों से चुनाव लड़ने को लेकर कहा कि यह उनकी पार्टी का फैसला है, लेकिन यहां पर ध्यान देने वाली महत्वपूर्ण बात यह है कि अमेठी से उम्मीदवार होने के बावजूद उन्हें वायनाड जाना पड़ा।
 
उन्होंने कहा कि हमने इस पर चर्चा शुरू नहीं की है, इसे मीडिया ने शुरू किया है। हर कोई कह रहा है कि ऐसा हो सकता है कि अमेठी में उन्हें कड़ी चुनौती मिलेगी इसलिए उन्हें वहां जाना पड़ा।
 
प्रधानमंत्री ने गांधी के फैसले का सम्मान करते हुए कहा कि कोई भी दो सीटों से लड़ने के अधिकार पर सवाल नहीं उठा रहा है। उन्होंने कहा कि वास्तव में बहस की बात यह है कि अमेठी से उनको भागना क्यों पड़ा, राजनीतिक दृष्टिकोण से इस बात पर बहस करना भाजपा के अधिकार क्षेत्र में है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

tirupati laddu पर छिड़ी सियासी जंग, पशु चर्बी के दावे पर तेदेपा-वाईएसआरसीपी आमने-सामने

Kolkata Doctor Case : जूनियर डॉक्‍टरों ने खत्‍म की हड़ताल, 41 दिन बाद लौटेंगे काम पर

कटरा चुनावी रैली में कांग्रेस-नेकां पर गरजे PM मोदी, बोले- खून बहाने के पाकिस्तानी एजेंडे को लागू करना चाहता है यह गठबंधन

Mangaluru : 2 सिर और 4 आंख वाला दुर्लभ बछड़ा पैदा हुआ, देखने के लिए उमड़ा हुजूम

वन नेशन वन इलेक्शन में दक्षिण भारत पर भारी पड़ेगा उत्तर भारत?

सभी देखें

नवीनतम

Tirupati Laddu Controversy : जेपी नड्डा ने CM चंद्रबाबू से मांगी रिपोर्ट, बोले- जांच के बाद होगी उचित कार्रवाई

इस बार कश्मीर के चुनाव मैदान में हैं 25 पूर्व आतंकी, अलगाववादी और जमायते इस्लामी के सदस्य

300 साल पुरानी भोग प्रथा, 2014 में मिला GI टैग, अब प्रसाद में पशु चर्बी, क्‍या है Tirupati Controversy?

चित्तौड़गढ़ के एक गांव में पाषाण युग की शैल चित्रकारी मिली

संभल में दुष्कर्म पीड़िता की हत्या, 20 दिन पहले जेल से रिहा आरोपी ने मारी गोली

अगला लेख
More