नई दिल्ली। आज लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में नए कृषि कानून के विरोध में चल रहे आंदोलन और कोरोना काल में सरकार की ओर से उठाए गए कदमों को विस्तार से रखा। इस दौरान हुए हंगामे के बीच उन्होंने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा।
धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उसे कन्फ्यूज पार्टी बताया और कहा कि देश की यह सबसे पुरानी पार्टी न तो खुद का भला कर सकती है, न ही देश का। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोकसभा सदस्य अलग चलते हैं और राज्यसभा के अलग।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि असफलता के डर से अटक के रहना किसी का भला नहीं कर सकता है, इसलिए बदलाव करते रहना चाहिए, क्योंकि जरूरत के हिसाब से फैसले लेने पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि मैं इस बात से हैरान हूं कि सदन में एक नया तर्क आया है कि ये आया क्यों है? उन्होंने कहा कि जो होना नहीं है, उसका डर फैलाया गया। ऐसे तरीके आंदोलनजीवी अपनाते हैं। उन्होंने सवाल किया किसान बताएं उनका कौनसा अधिकार छीना गया?
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना काल के समय 75 करोड़ लोगों को 8 महीने तक राशन पहुंचाया। आधार, जनधन खाते कोरोना काल में काम आए। उन्होंने सवाल किया कि आधार को रोकने के लिए कौन लोग कोर्ट गए थे। उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान भारत ने न सिर्फ अपने आपको संभाला, बल्कि दुनिया को संभालने में भी मदद की।