कोरोनाकाल में देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले सामने आने से हड़कंप मच गया है। मध्यप्रदेश में 7-8 जिलों में वायरस संक्रमण के कारण अब तक करीब 400 कौओं की मौत हो चुकी है। राजस्थान, केरल, हिमाचल में भी बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं। राजस्थान में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
यह वायरस पक्षियों में तेजी से फैल रहा है। खासकर मुर्गियों में इसके मामले सामने आ रहे हैं। झाबुआ के मशहूर कड़कनाथ मुर्गे को आइसोलेट किया जा रहा है। बर्ड फ्लू पक्षियों के जरिए इंसानों में आ सकता है।
खासकर ऐसे लोग जो अंडे और चिकन का सेवन करते हैं। इसे लेकर सावधानी रखनी आवश्यक है, वरना बर्ड फ्लू के संक्रमण का शिकार हो सकते हैं। बर्ड फ्लू से बचने के लिए कुछ सावधानियां और उपाय आवश्यक हैं। इससे अंडे और चिकन से इंफेक्शन का खतरा नहीं रहेगा।
पॉल्ट्री विशेषज्ञों के मुताबिक वायरस का मारने के लिए अंडे या चिकन को अच्छी तरह से पकाया जाए। अंडे को सफेदी और योक को पूरा पकने तक उबाला जाए। अंडे को कम से कम 165 डिग्री तापमान पर उबालना चाहिए, तभी वायरस मरता है।
कच्चे अड्डे या चिकन को छूने के बाद हाथ गर्म पानी व साबुन से कम से कम 20 सेकंड तक धोएं। आधे पके अंडे या चिकन का सेवन न करें। रिसर्च में सामने आया है कि बर्ड फ्लू से संक्रमित अंडे या चिकन अच्छी तरह से पकाने से बर्ड फ्लू का वायरस मर जाता है। अंडे को उबालने और चिकन को पकाने वाले बर्तन को भी अच्छी तरह से धोएं। हो सके तो उसे अलग ही रखें।