- झालावाड़ में 76 कौवों की मौत
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हिमाचल के कांगडा में 1400 प्रवासी पक्षियों की मौत
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बर्ड फ्लू की आशंका से बढी चिंता
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जांच के लिए भोपाल भेजे जा रहे सैंपल
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कुछ स्थानों पर बर्ड फ्लू की पुष्टि
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एवियन इन्फ्लूएंजा एक तरह का बर्ड फ्लू है
देशभर में जहां एक ओर कोरोना वायरस एक त्रासदी बनी हुई है, वहीं कई राज्यों में रहस्यमय तरीके से बेजुबान कौवों की मौत ने चिंता में डाल दिया है। बता दें कि राजस्थान के पांच जिलों में बीते एक सप्ताह से बेजुबान कौवों की मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है। उधर हिमाचल प्रदेश में 1400 प्रवासी पक्षियों की मौत भी चिंता बनी हुई है।
इन घटनाओं के बाद झालावाड़ से भोपाल सैंपल भेजे गए थे, जिसमें बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद प्रशासन के बीच हड़कंप मच गया है।
उधर हाडौती क्षेत्र में लगातार कौवों की मौत हो रही है। ताजा अपडेट यह है कि झालावाड़ और कोटा जिले के बाद शुक्रवार को बारां जिले में भी बड़ी संख्या में कौवों की मौत का मामला सामने आया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बारां जिले के पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ हरि बल्लभ मीणा के ने बताया कि मांथाना गांव में शुक्रवार को एक साथ 50 कौवे मरे पड़े मिले। साथ ही सारथल गांव में 2 कौवों की मौत हुई है। सूचना मिलने के बाद मौके पर पशुपालन विभाग और वन विभाग की टीम भेजी गई। मृत पड़े मिले कौवों के शव बरामद किए गए। 5 कौवों के शव भोपाल लैब में जांच के लिए भेजा जाएगा। बाकी शव का डिस्पोजल करवाने की कार्रवाई की गई।
मिली सचूना के अनुसार जिस स्थान पर कौंवे मृत पाए गए, उस स्थान को जीरो मोबिलिटी किया गया है। डॉक्टरों की टीम के साथ वन विभाग का स्टाफ भी मौके पर तैनात किया गया है। अन्य पक्षियों पर पूरी तरह से निगरानी रखी जा रही है। बारां जिला प्रशासन ने जिले भर में अलर्ट जारी किया है।
झालावाड़ जिले में 25 दिसंबर से लेकर अब तक 76 कौवों की मौत हो चुकी है। झालावाड़ जिले के पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ विक्रम सिंह के मुताबिक शुक्रवार को राड़ी के बालाजी क्षेत्र में करीब 16 कौवे मरे पड़े मिले हैं। इनके शव को उचित स्थान पर डिस्पोजल किया गया है। 2 दिन पहले भोपाल लैब में जांच करवाने के बाद यहां के कौवों की मौत की पुष्टि एवियन इन्फ्लूएंजा बर्ड फ्लू से होने की पुष्टि हुई है। मिली जानकारी के अनुसार बर्ड फ्लू लगातार हाड़ौती संभाग के एक ही प्रजाति के कौओं को अपनी चपेट में लेता जा रहा है। लगातार कौवों की मौत की संख्या बढ़ती जा रही है।
हिमाचल में 1400 प्रवासी पक्षियों की मौत
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला स्थित पोंग डैम में 1400 से ज्यादा प्रवासी पक्षियों की रहस्यमयी तरीके से मौत हो गई हैं। कांगड़ा प्रशासन ने बांध के जलाशय में सभी तरह की गतिविधियों पर रोक लगा दी है। वाइल्ड लाइफ अथॉरिटी ने मरे हुए पक्षियों के सैंपल जांच के लिए भोपाल स्थित हाई सिक्योरिटी एनिमल डिसीज लैब में भेजे हैं।