देवास। बहुचचर्चित राष्ट्रीय प्रचारक सुनील जोशी हत्याकांड मामले में साध्वी प्रज्ञा सिंह सहित सभी आठ आरोपियों को बरी कर दिया गया है। सुनील जोशी की 10 साल पहले देवास में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
मामले की जांच एनआईए के पास आने के बाद कई बड़े खुलासे हुए और प्रज्ञा ठाकुर सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया था। एनआईए द्वारा पेश आरोप पत्र में प्रज्ञा ठाकुर के अलावा हर्षद सोलंकी, रामचरण पटेल, वासुदेव परमार, आनंदराज कटारिया और जितेंद्र शर्मा सहित आठ लोगों को आरोपी बनाया था। सभी आरोपियों के खिलाफ हत्या, साक्ष्य छुपाने और आर्म्स एक्ट के तहत आरोप तय किए गए थे।
10 साल पुराने इस मामले में आरोपी प्रज्ञा ठाकुर का भोपाल में न्यायिक हिरासत में इलाज चल रहा है। हर्षद अजमेर जेल में, लोकेश शर्मा और राजेंद्र चौधरी पंचकुला जेल में बंद हैं। एनआईए की जांच में पाया गया था कि राजेंद्र और लोकेश ने ही 29 दिसंबर 2008 की रात को जोशी को गोली मारी थी, जबकि जितेंद्र ने पिस्तौल मुहैया कराई थी।