फैजाबाद। विश्व हिन्दू परिषद जिसे भारतीय जनता पार्टी का साझा संगठन भी कहते हैं, फिर वीएचपी का विधानसभा चुनाव की घोषणा के उपरांत मतदान से पूर्व देशभर में राम महोत्सव के आयोजन की घोषणा करना क्या राजनीतिक लाभ पाने के लिए यानि की इस चुनावी हवा में कहीं भगवा रंग घोलने की तो नहीं है।
राम महोत्सव के आयोजन का शुभारंभ 28 मार्च से शुरू होगा। महोत्सव की जानकारी देते हुए वीएचपी महामंत्री चम्पत राय ने कहा कि श्रीराम हमारे आस्था, श्रद्धा और भक्ति के केंद्र हैं, उनकी स्तुति मात्र से ही समस्त जीवों का कल्याण संभव है, उन्होंने कहा कि राम नाम समस्त बाधाओं को समाप्त कर समाज और राष्ट्र का उद्धार करने वाला विजय महामंत्र बन गया है, कहीं ये विजय मंत्र 2017 का चुनावी विजय मंत्र तो नहीं, हो भी सकता है।
उन्होंने कहा कि महोत्सव के दौरान ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए जन जागरण के जरिए युवा वर्गों को भगवन श्रीराम के चरित्र से परिचित कराना, इस कार्यक्रम का उद्देश्य है। 28 मार्च से 10 अप्रैल तक चलने वाला यह राम महोत्सव पूर्वी उत्तर प्रदेश के 1000 जगहों पर मनाया जाएगा। इस दौरान शोभायात्रा निकलने के साथ ही राम चरित मानस का पाठ होगा।
राम महोत्सव आयोजन के शुभारंभ व संपन्न कराने के लिए अयोध्या के कार सेवक पुरम में बैठक संपन्न हुई, जिसमें संगठन के 23 जिलों व कई प्रांतों से आए पदाधिकारियों एवं कार्यकताओं ने हिस्सा लिया।