नई दिल्ली। लोकसभा में मंगलवार को ब्रह्मपुत्र नदी में प्रदूषण का विषय उठा और सरकार ने इसे गंभीर मामला बताते हुए इसे सरकार में सर्वोच्च स्तर पर उठाने का आश्वासन दिया।
शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए बीजद के बी महताब ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में असम के छात्रों के साथ ही अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी ब्रह्मपुत्र नदी के पानी के प्रदूषित होने के मुद्दे को उठाया है।
महताब ने कहा कि पिछले दिनों इस विषय में भारत की विदेश मंत्री की चीन के विदेश मंत्री के साथ बैठक की खबरें भी आई थीं लेकिन इस विषय पर चीन की प्रतिक्रिया सार्वजनिक नहीं की गई। उन्होंने कहा कि हम इस विषय पर चीन की प्रतिक्रिया के साथ भारत का भी रुख जानना चाहते हैं।
असम से भाजपा सांसद विजया चक्रवर्ती ने भी इस विषय को उठाते हुए कहा कि ब्रह्मपुत्र नदी अरुणाचल और असम से होकर बहती है और इसका प्रदूषित होना बहुत गंभीर मामला है।
संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने इस पर कहा कि यह बहुत गंभीर विषय है। असम और पूर्वोत्तर के राज्यों को ब्रह्मपुत्र के प्रदूषण के प्रभावों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मैं सरकार में सर्वोच्च स्तर पर इस विषय को उठाऊंगा।
शून्यकाल में ही तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी ने मांग उठाई कि हिंदुस्तान स्टीलवर्क्स कंस्ट्रक्शन लिमिटेड (एचएससीएल) का कार्यालय कोलकाता से दूसरी जगह स्थानांतरित नहीं किया जाना चाहिए। संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने इस विषय को भी संबंधित मंत्री तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। (भाषा)