नई दिल्ली। स्वास्थ्य मंत्रालय ने गाजियाबाद की एक दवा निर्माता कंपनी द्वारा बनाई गई पिलाई जाने वाली पोलियो की दवाई की कुछ खेप में पोलियो टाइप-2 विषाणु के अंश मिलने के बाद जांच का आदेश दे दिया है, वहीं कंपनी के प्रबंध निदेशक को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
भारत सहित विश्व से पोलियो टाइप-2 विषाणु का उन्मूलन हो चुका है। सिर्फ सरकार संचालित टीकाकरण कार्यक्रम के लिए पोलियो की दवाई की आपूर्ति करने वाली बायोमेड प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक को गिरफ्तार कर लिया गया। केंद्रीय दवा नियामक ने इस मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की है। ड्रंग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने कंपनी से अगले आदेश तक दवा का उत्पादन, बिक्री और विपणन रोकने को कहा है।
एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि कंपनी में 5 निदेशक हैं। प्रबंध निदेशक को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा हमने पुलिस से अन्य निदेशकों का पता लगाने के लिए कहा है, क्योंकि उनसे भी पूछताछ की जरूरत है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक सूत्र के अनुसार यह मामला तब प्रकाश में आया, जब उत्तरप्रदेश से निगरानी रिपोर्टों में कुछ बच्चों के मल के नमूनों में विषाणु के संकेत मिले। इसके तत्काल बाद दवा को जांच के लिए भेजा गया जिसमें इस बात की पुष्टि हुई कि इनमें से कुछ टाइप-2 विषाणु से दूषित हैं। मंत्रालय ने उत्तरप्रदेश सरकार और महाराष्ट्र सरकार को भी अलर्ट किया कि कहीं वहां पर भी इस पोलियो दवा का इस्तेमाल न हो। (भाषा)