नई दिल्ली। सीबीआई ने हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसके रिश्तेदार मेहुल चोकसी को 11,400 करोड़ रुपए की फर्जी गारंटी जारी किए जाने के सिलसिले में पंजाब नेशनल बैंक के एक कार्यकारी निदेशक तथा नौ अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से आज पूछताछ की।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। आयकर अधिकारियों ने चोकसी से संबद्ध 20 परिसरों पर छापे भी मारे। प्रवर्तन निदेशालय की जांच आज छठे दिन भी जारी रही। एजेंसी के प्रमुख कर्नल सिंह ने वैश्विक धनशोधन एजेंसियों की एक बैठक में हिस्सा लेने के लिए फ्रांस का अपना निर्धारित दौरा रद्द कर दिया ताकि वह जांच की निजी तौर पर निगरानी कर सकें।
ईडी के एक अधिकारी ने बताया मोदी और चोकसी से संबद्ध 13 परिसरों की तलाशी के दौरान करीब 10 करोड़ रुपए मूल्य की संपत्ति जब्त की गई। एक अधिकारी ने बताया कि दूसरी ओर सीबीआई ने नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की कंपनियों के आठ वरिष्ठ कार्यपालक अधिकारियों तथा गीतांजलि समूह के दस अधिकारियों से पूछताछ की।
पीएनबी के तीन अधिकारियों बेचू तिवारी, यशवंत जोशी और प्रफुल सावंत को कल गिरफ्तार किया गया था। उनसे पूछताछ में पता चला कि ये लोग पूरी जालसाजी का जिम्मा अपने सहयोगियों गोकुल दास शेट्टी (सेवानिवृत्त अधिकारी) और मनोज खरात पर मढ़ने की कोशिश कर रहे थे। उन्हें पहले ही गिरफ्तार किया गया था।
बहु-एजेंसी जांच के तहत आयकर विभाग ने आज गीतांजलि जेम्स के प्रमोटर चोकसी से संबद्ध 20 परिसरों तथा उनसे जुड़ी कंपनियों पर छापे मारे। ये छापे कर चोरी के एक मामले के सिलसिले में मारे गए। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि छापे मुंबई, पुणे, सूरत, हैदराबाद, बेंगलुरु और कुछ अन्य शहरों में चोकसी से जुड़ी 13 कंपनियों में मारे गए। सूत्रों ने बताया कि आयकर विभाग के 110 से अधिक अधिकारियों के दल ने कुल 20 परिसरों पर छापे मारे। (भाषा)