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भारत बना अंतरिक्ष महाशक्ति, तीन मिनट में 300 किमी दूर सैटेलाइट को मार गिराया

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नई दिल्ली , बुधवार, 27 मार्च 2019 (11:51 IST)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को ऐलान किया कि भारत ने अंतरिक्ष में एंटी मिसाइल से एक लाइव सैटेलाइट को मार गिराते हुए आज अपना नाम अंतरिक्ष महाशक्ति के तौर पर दर्ज कराया और ऐसी क्षमता हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया।
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि हर राष्ट्र की विकास यात्रा में कुछ ऐसे पल आते हैं जो उसके लिए अत्यधिक गौरव वाले होते हैं और आने वाली पीढ़ियों पर उनका असर होता है। आज कुछ ऐसा ही समय है। 
 
मोदी ने राष्ट्र के नाम संदेश में कहा कि मिशन शक्ति के तहत भारत ने स्वदेशी एंटी सैटेलाइट मिसाइल ‘ए-सैट’ से तीन मिनट में एक लाइव सैटेलाइट को सफलतापूर्वक मार गिराया। उन्होंने बाद में ट्वीट किया कि मिशन शक्ति की सफलता के लिए हर किसी को बधाई।
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में 300 किमी दूर पृथ्वी की निचली कक्षा में एक लाइव सैटेलाइट को मार गिराया है । यह लाइव सैटेलाइट एक पूर्व निर्धारित लक्ष्य था, जिसे एंटी सैटेलाइट द्वारा मार गिराया गया है। यह अभियान तीन मिनट में सफलतापूर्वक पूरा किया गया है। 
 
इस अभियान से जुड़े वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अंतरिक्ष में निचली कक्षा में लाइव सैटेलाइट को मार गिराने की क्षमता रखने वाला चौथा देश बन गया है। अब तक यह क्षमता अमेरिका, रूस और चीन के ही पास थी।
 
मोदी ने कहा कि हमने जो नई क्षमता हासिल की है, यह किसी के विरूद्ध नहीं है बल्कि तेज गति से बढ़ रहे हिन्दुस्तान की रक्षात्मक पहल है। उन्होंने वैज्ञानिकों को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और उनकी सराहना भी की।
 
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि इससे किसी अंतरराष्ट्रीय कानून या संधि का उल्लंघन नहीं हुआ है। भारत हमेशा से अंतरिक्ष में हथियारों की होड़ के विरूद्ध रहा है और इससे (उपग्रह मार गिराने से) देश की इस नीति में कोई परिवर्तन नहीं आया है।
 
मोदी ने कहा कि ‘मिशन शक्ति’ एक अत्यंत जटिल ऑपरेशन था जिसमें उच्च कोटि की तकनीकी क्षमता की आवश्यकता थी। वैज्ञानिकों द्वारा निर्धारित सभी लक्ष्य और उद्देश्य प्राप्त कर लिए गये हैं। सभी भारतीयों के लिए यह गर्व की बात है।
 
उन्होंने कहा कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन की अगुवाई में चलाए गए ‘मिशन शक्ति’ का उद्देश्य भारत की संपूर्ण सुरक्षा को मजबूत करना था।
 
प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले आठ नवंबर 2016 को अचानक ही राष्ट्र को संबोधित किया था जब उन्होंने उच्च मूल्यों वाले करेंसी नोटों का चलन बंद करने का ऐलान किया था। इसके बाद आज अचानक उन्होंने राष्ट्र को संबोधित किया। देश में 11 अप्रैल से लोकसभा चुनाव शुरू होंगे।
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि शांति एवं सुरक्षा का माहौल बनाने के लिए एक मजबूत भारत का निर्माण जरूरी है और हमारा उद्देश्य शांति का माहौल बनाना है, न कि युद्ध का माहौल बनाना।
 
उन्होंने कहा कि भारत ने जो उपग्रह रोधी मिसाइल क्षमता प्रदर्शित की है, यह एक दुर्लभ उपलब्धि है। निचली कक्षा के उपग्रह को मार गिराना हमारे देश के लिए दुर्लभ उपलब्धि है। अमेरिका, रूस और चीन के बाद यह क्षमता हासिल करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बन गया है। हमारा संपूर्ण प्रयास स्वदेशी है। 
 
मोदी ने कहा कि भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में जो काम किया है वह देश की सुरक्षा, आर्थिक विकास और तकनीकी प्रगति से जुड़ा है। यह कार्य सफल, समृद्ध, सुरक्षित एवं शांतिप्रिय राष्ट्र की ओर बढ़ते कदम का प्रतीक है। हम आगे बढ़ें और भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहें। 
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए आधुनिक तकनीक को अपनाना ही होगा। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने लोगों की कर्मठता, प्रतिबद्धता और समर्पण पर पूर्ण विश्वास है। हम नि:संदेह एकजुट होकर शक्तिशाली एवं खुशहाल भारत का निर्माण करेंगे। उन्होंने कहा कि वह ऐसे भारत की परिकल्पना करते हैं जो अपने समय से दो कदम आगे की सोचे और उस पर चलने का साहस करे।
 
इससे पहले मोदी ने अपने ट्वीट में कहा था कि वह आज सवेरे लगभग पौने ग्यारह बजे से बारह बजे के बीच एक महत्वपूर्ण संदेश लेकर आएंगे। (भाषा) 

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