नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को विश्व शांति में तथा अपनी विशिष्ट आर्थिक नीतियों से वैश्विक एवं भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि में योगदान के लिए विश्व के अत्यंत प्रतिष्ठित सियोल शांति पुरस्कार 2018 के लिए चुना गया है। सियोल पीस प्राइज कल्चरल फाउंडेशन' के चेयरमैन ने इसकी घोषणा की। सबसे बड़ी बात यह है कि दुनिया के 100 प्रभावशाली लोगों में से पीएम मोदी के नाम पर 12 लोगों की कमेटी ने सहमति दी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बुधवार को यहां ट्वीटर पर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को उनकी विशिष्ट आर्थिक नीतियों 'मोदीनॉमिक्स' के जरिए वैश्विक एवं भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि तथा विश्व शांति, मानव विकास में सुधार और भारत में लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में उनके योगदान के लिए प्रतिष्ठित सियोल शांति पुरस्कार के लिए चुना गया है।
सियोल शांति पुरस्कार सांस्कृतिक प्रतिष्ठान बुधवार को दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में यह घोषणा की। प्रतिष्ठान ने अमीरों और गरीबों के बीच सामाजिक और आर्थिक खाई को कम करने के लिए 'मोदीनॉमिक्स' की प्रशंसा की है।
मोदी को इस पुरस्कार के तहत एक अवॉर्ड, पट्टिका के साथ 2 लाख डॉलर यानी करीब 1.46 करोड़ रुपए की धनराशि प्रदान की जाएगी। मोदी दुनिया के इस प्रतिष्ठित सम्मान को हासिल करने वाली 14वीं हस्ती हैं। यह पुरस्कार पाने वालों में संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान और बान की-मून भी शामिल हैं।
इस प्रतिष्ठान ने मोदी सरकार के भ्रष्टाचार रोकने के लिए उठाए गए विभिन्न कदमों तथा वैश्विक एवं क्षेत्रीय शांति के लिए किए गए कूटनीतिक प्रयासों विशेष रूप से एक्ट ईस्ट नीति की भी सराहना की है।
इस वर्ष यह दूसरा मौका है जब मोदी को अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। पर्यावरण के क्षेत्र में योगदान के लिए मोदी को इसी वर्ष संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च पुरस्कार 'चैम्पियन ऑफ दि अर्थ' अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुटेरेस ने स्वयं नई दिल्ली आकर मोदी को इस सम्मान से नवाज़ा था।