नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से बात की और वहां के जंगलों में लगी भीषण आग तथा देश में सूखे की स्थिति से निपटने को लेकर भारत की एकजुटता प्रदर्शित की। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान के अनुसार दोनों नेताओं ने महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक चुनौतियों और असैन्य परमाणु ऊर्जा सहयोग को लेकर भी चर्चा की।
पीएमओ के मुताबिक फोन पर हुई इस वार्ता के दौरान दोनों नेताओं ने रक्षा सहयोग से जुड़ी परियोजनाओं और असैन्य परमाणु ऊर्जा सहित भारत और फ्रांस के बीच जारी द्विपक्षीय पहलों की भी समीक्षा की। उन्होंने वैश्विक खाद्य सुरक्षा सहित महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक चुनौतियों के बारे में भी आपस में चर्चा की।
पीएमओ ने कहा कि दोनों नेताओं ने हाल के वर्षों में भारत-फ्रांस सामरिक साझेदारी को मिली मजबूती और गहराई पर संतुष्टि जताई तथा संबंधों को और अधिक विस्तार देने के लिए सहयोग के नए क्षेत्रों में मिलकर काम करना जारी रखने पर सहमति जताई।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति मैक्रों से चर्चा के दौरान फ्रांस में लगी भीषण आग की घटना को लेकर भारत की एकजुटता प्रदर्शित की। उन्होंने कहा कि भारत-फ्रांस सामरिक साझेदारी को लेकर जारी द्विपक्षीय सहयोग और वैश्विक व क्षेत्रीय महत्व के अन्य मुद्दों पर हमने चर्चा की।
मोदी ने कहा कि दोनों नेता खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा से जुड़ी वैश्विक चुनौतियों का सामना करने को लेकर घनिष्ठ सहयोग पर भी सहमत हुए। रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के मद्देनजर भारत और फ्रांस वैश्विक खाद्य सुरक्षा संबंधी चुनौतियों को लेकर चिंता जताते रहे हैं।
ज्ञात हो कि यूरोप के जंगलों में पिछले कुछ दिनों से भीषण आग लगी हुई है और उसे बुझाने के लिए जर्मनी और रोमानिया के अलावा यूरोप के कई देश लगे हैं। यह आग पुर्तगाल और इंग्लैण्ड के कुछ हिस्सों तक में भी फैल गई है। जंगलों में लगी आग से हजारों हैक्टेयर फसल भी नष्ट हो गई है। अत्याधिक गर्मी और सूखे के कारण यह स्थिति पैदा हुई है। (भाषा)