नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सिकंदराबाद से विशाखापटनम के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को वर्चुअल रूप से हरी झंडी दिखाई। इस अवसर पर पीएम मोदी ने बताया कि वंदे भारत एक्सप्रेस टेन में अब तक 40 लाख से ज्यादा यात्री सफर कर चुके हैं।
उत्सवों के इस माहौल में आज तेलंगाना और आंध्र प्रदेश को एक भव्य उपहार मिल रहा है। 'वंदे भारत एक्सप्रेस' एक प्रकार से तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की साझी विरासत को जोड़ने वाली है। मैं दोनों प्रदेशों के लोगों को वंदे भारत ट्रेन की बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि 'वंदे भारत ट्रेन' भारत में ही डिजाइन हुई और भारत में ही बनी है। ये देश की ट्रेन है। बीते कुछ ही वर्षों में 7 'वंदे भारत ट्रेनों' ने कुल मिलाकर 23 लाख किलोमीटर का सफर तय किया है। इन ट्रेनों से अब तक 40 लाख ये अधिक यात्री यात्रा कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेन नए भारत के संकल्पों और सामर्थ्य का प्रतीक है। ये उस भारत का प्रतीक है, जो तेज बदलाव के रास्ते पर है। ऐसा भारत, जो अपने सपनों और अपनी आकांक्षाओं को लेकर अधीर है। ऐसा भारत, जो तेजी से चलकर अपने लक्ष्य तक पहुंचना चाहता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस उस भारत का प्रतीक है, जो अपने नागरिकों बेहतर सुविधाएं देना चाहता है। वंदे भारत एक्सप्रेस उस भारत का प्रतीक है, जो गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलकर 'आत्मनिर्भरता' की तरफ बढ़ रहा है।
इस नई ट्रेन की नियमित सेवा 16 जनवरी को शुरू होगी और टिकट बुकिंग शनिवार से शुरू हो गई है। शाखापत्तनम-सिकंदराबाद एक्सप्रेस (20833) सुबह पांच बजकर 45 मिनट पर विशाखापत्तनम से रवाना होगी और दोपहर दो बजकर 15 मिनट पर सिकंदराबाद पहुंचेगी। सिकंदराबाद-विशाखापत्तनम ट्रेन (20834) अपराह्न तीन बजे सिकंदराबाद से रवाना होगी और रात 11 बजकर 30 मिनट पर विशाखापत्तनम पहुंचेगी। यह ट्रेन दोनों दिशाओं से राजमुंद्री, विजयवाड़ा, खम्मम और वारंगल में रुकेगी।
कुल 14 वातानुकूलित कुर्सी यान और दो एक्जीक्यूटिव वातानुकूलित कुर्सी यान डिब्बों से युक्त इस ट्रेन में 1,128 यात्रियों को ले जाने की क्षमता है।