नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पर्यावरण मंत्रियों को संबोधित करते हुए कहा कि अगले 25 साल भारत के लिए बेहद अहम है। भारत ने 2070 तक Net zero का टार्गेट रखा है। अब देश का फोकस ग्रीन ग्रोथ पर है, ग्रीन जॉब्स पर है। इन सभी लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए, हर राज्य के पर्यावरण मंत्रालय की भूमिका बहुत बड़ी है।
उन्होंने देश के सभी पर्यावरण मंत्रियों से आग्रह किया कि राज्यों में सर्कुलर इकॉनॉमी को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा दें। इससे सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट और सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्ति के हमारे अभियान को भी ताकत मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम ऐसे समय मिल रहे हैं, जब भारत अगले 25 साल के लिए नए लक्ष्य तय कर रहा है। मुझे विश्वास है कि आपके प्रयासों से पर्यावरण की रक्षा में भी मदद मिलेगी और भारत का विकास भी उतनी ही तेज गति से होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि अपने कमिटमेंट को पूरा करने के हमारे ट्रैक रिकॉर्ड के कारण ही दुनिया आज भारत के साथ जुड़ भी रही है। बीते वर्षों में गिर के शेरों, बाघों, हाथियों, एक सींग के गेंडों और तेंदुओं की संख्या में वृद्धि हुई है। कुछ दिन पहले मध्य प्रदेश में चीता की घर वापसी से एक नया उत्साह लौटा है।
उन्होंने कहा कि आज का नया भारत, नई सोच, नई अप्रोच के साथ आगे बढ़ रहा है। आज भारत तेजी से विकसित होती इकोनॉमी भी है, और निरंतर अपनी को भी मजबूत कर रहा है। हमारे जंगलों में वृद्धि हुई है और वेटलैंड का दायरा भी तेजी से बढ़ रहा है।
क्या है ग्रीन जॉब्स : ग्रीन जॉब्स के तहत वे नौकरियां आती है जिनसे हमारे पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। कंपनियों की वह जॉब्स जिसके तहत यह देखा जाता है कि लोगों के काम-काज से पर्यावरण पर खराब असर तो नहीं पड़ रहा या नकारात्मक प्रभाव कैसे कम से कम किया जा सके।
सस्टेनबिलीटी सेक्टर के जॉब्स, जैसे एनवायरनमेंट इंजीनियर, सस्टेनबिलिटी कनसल्टेन्ट, सस्टेनबिलिटी इंजीनियर की डिमांड ज्यादा हैं। भारत में सस्टेनबिलिटी जॉब मार्केट ग्रोथ दक्षिण-पूर्व देशों के मुकाबले ज्यादा है। 2019 के बाद से इस सेक्टर के जॉब्स में काफी तेजी आई है।