नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि फिट रहना उतना मुश्किल काम नहीं है, जितना कुछ लोगों को लगता है। थोड़े से नियम व परिश्रम से हमेशा स्वस्थ रहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि 'फिटनेस की डोज, आधा घंटा रोज', मंत्र में सभी का स्वास्थ्य और सभी का सुख छिपा हुआ है।
'फिट इंडिया अभियान' की पहली वर्षगांठ के अवसर पर फिटनेस को लेकर जागरूकता का प्रसार करने वाले लोगों से संवाद के दौरान प्रधानमंत्री ने ये बातें कही।
संवाद करने वाले लोगों में भारतीय क्रिक्रेट टीम के कप्तान विराट कोहली, अभिनेता मिलिंद सोमन और मशहूर डायटीशियन रुजुता दिवेकर के अलावा फिटनेस के प्रति उत्साही आम नागरिक शामिल थे।
मोदी ने आज के संवाद को हर आयु वर्ग के लोगों के लिए उपयोगी करार देते हुए कहा कि एक साल के भीतर 'फिट इंडिया अभियान' आमजन का अभियान बन चुका है तथा देश में स्वास्थ्य और फिटनेस को लेकर निरंतर जागरूकता में बढ़ोतरी होती चली जा रही है।
उन्होंने कहा, 'फिट इंडिया मूवमेंट ने अपने प्रभाव और प्रासंगिकता को कोरोना काल में सिद्ध करके दिखाया है कि वाकई में फिट रहना इतना मुश्किल काम नहीं है जितना कुछ लोगों को लगता है। थोड़े से नियम से थोड़े से परिश्रम से आप हमेशा स्वस्थ रह सकते हैं। ‘फिटनेस की डोज, आधा घंटा रोज’, इस मंत्र में सभी का स्वास्थ्य और सभी का सुख छिपा हुआ है।'
उन्होंने कहा कि जब हम नियमित रूप से व्यायाम करते हैं तो खुद को फिट और मजबूत रखते हैं। इससे एक भावना जाती है कि हां, हम स्वयं के निर्माता हैं। एक आत्मविश्वास आता है और व्यक्ति का यही आत्मविश्वास उसको जीवन के अलग-अलग क्षेत्रों में भी सफलता दिलाता है। यही बात परिवार समाज देश पर भी लागू है।' उन्होंने कहा कि जितना इंडिया फिट होगा उतना इंडिया हिट होगा। (भाषा)