मनाली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में दुनिया की सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग 'अटल सुरंग' का उद्घाटन किया।
देश को अटल रोहतांग सुरंग की सौगात देते हु्ए पीएम मोदी ने कहा कि इस टनल से मनाली और केलॉन्ग के बीच की दूरी 3-4 घंटे कम हो ही जाएगी। पहाड़ के मेरे भाई-बहन समझ सकते हैं कि पहाड़ पर 3-4 घंटे की दूरी कम होने का मतलब क्या होता है।
उन्होंने कहा कि आज सिर्फ अटल जी का ही सपना नहीं पूरा हुआ है, आज हिमाचल प्रदेश के करोड़ों लोगों का भी दशकों पुराना इंतजार खत्म हुआ है।
पीएम ने कहा कि हमेशा से यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने की मांग उठती रही है। लेकिन लंबे समय तक हमारे यहां बॉर्डर से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्ट या तो प्लानिंग की स्टेज से बाहर ही नहीं निकल पाए या जो निकले वो अटक गए, लटक गए, भटक गए।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2013-14 तक सिर्फ 1300 मीटर सुरंग बनी थी, विशेषज्ञों के मुताबिक अगर उसी गति से काम होता रहता तो यह सुरंग 2040 तक जाकर पूरी हो पाती।
मोदी ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने इस सुरंग के लिए संपर्क मार्ग की आधारशिला रखी थी, लेकिन उनकी सरकार के बाद इस काम को भुला दिया गया। न सिर्फ हिमाचल प्रदेश, अटल सुरंग लेह-लद्दाख के लिए भी जीवन-रेखा के तौर पर काम करेगी।
9.2 किमी लंबी इस टनल की वजह से मनाली और लेह के बीच दूरी 46 किमी कम हो गई है। मात्र डेढ़ घंटे में मनाली से केलांग पहुंचा जा सकता है।
पीरपंजाल की पहाड़ी को भेद कर 3200 करोड़ की लागत से यह टनल दुनिया की सबसे ऊंचाई (10040 फीट) पर हाईवे पर बनी है। टनल की शुरुआत से सेना इस मार्ग से चीन (China) से सटी सीमा लद्दाख और पाकिस्तान से सटे कारगिल तक आसानी से पहुंच जाएगी।