नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को फोन किया और संसद परिसर में कुछ सांसदों की ओर से अशोभनीय आचरण करते हुए उनका मजाक उड़ाए जाने पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मैं भी करीब 20 सालों से इस तरह का अपमान सह रहा हूं।
उपराष्ट्रपति सचिवालय की ओर से सोशल मीडिया मंच एक्स पर किए गए एक पोस्ट में धनखड़ ने कहा, 'धानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का फोन आया। उन्होंने कुछ माननीय सांसदों की ओर से कल, वह भी पवित्र संसद परिसर में की गई ड्रामेबाजी पर बहुत दुख व्यक्त किया।'
पोस्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने धनखड़ से कहा कि वह स्वयं करीब 20 वर्षों से इस तरह के अपमान का सामना कर रहे हैं और यह सिलसिला अभी भी जारी है। उन्होंने कहा कि भारत के उपराष्ट्रपति जैसे संवैधानिक पद के साथ यह होना, वह भी संसद में, दुर्भाग्यपूर्ण है।
धनखड़ ने प्रधानमंत्री से कहा कि कुछ लोगों की हरकतें उन्हें अपना कर्तव्य निभाने और संविधान में निहित सिद्धांतों को बनाए रखने से नहीं रोक सकतीं। उन्होंने कहा मैं अपने दिल की गहराई से उन मूल्यों के लिए प्रतिबद्ध हूं। कोई भी अपमान मुझे अपना रास्ता बदलने के लिए मजबूर नहीं करेगा।
संसद की सुरक्षा में सेंध की घटना पर गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग को लेकर हंगामा करने पर दोनों सदनों से 90 से अधिक विपक्षी सदस्यों को निलंबित किए जाने के विरोध में विपक्ष के सांसदों ने कल मंगलवार को संसद परिसर में प्रदर्शन किया और सदन की मॉक कार्यवाही का आयोजन किया था।
निलंबित सांसदों ने संसद के नए भवन के मकर द्वार पर धरना दिया। इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सदस्य कल्याण बनर्जी ने राज्यसभा के सभापति और लोकसभा के अध्यक्ष द्वारा, सदनों की कार्यवाही का संचालन किए जाने की नकल उतारी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बनर्जी द्वारा कार्यवाही के संचालन की नकल किए जाने का मोबाइल फोन से वीडियो बनाते देखे गए।
राज्यसभा के सभापति धनखड़ ने उपराष्ट्रपति और लोकसभा अध्यक्ष की नकल उतारे जाने की घटना पर मंगलवार को गहरी आपत्ति जताते हुए इसे अस्वीकार्य करार दिया था।