Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

अयोध्या राम मंदिर के लिए पाइलिंग टेस्ट फेल, दिए गए भूकंप जैसे झटके

हमें फॉलो करें अयोध्या राम मंदिर के लिए पाइलिंग टेस्ट फेल, दिए गए भूकंप जैसे झटके
, गुरुवार, 24 दिसंबर 2020 (13:17 IST)
अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने गुरुवार को कहा कि अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के हजार साल की गारंटी कोई नहीं दे सकता।
 
मंदिर के हजार साल की आयु को कोरी कल्पना ही कहा जा सकता है। 300 से 400 वर्ष की गारंटी भी मिल जाए तो हम निर्माण के लिए सहमत हैं। चंपत राय संतों को राम मंदिर निर्माण की प्रगति के बारे में जानकारी दे रहे थे।
 
उन्होंने कहा कि मंदिर के लिए की गई पाइलिंग टेस्टिंग फेल हो गई। कंकरीट के खंभे 700 टन का लोड डालते ही धंस गए। मंदिर की आयु बढ़ाने के लिए सीमेंट में अभ्रक, कोयले के साथ कुछ अन्य केमिकल मिलाने पर विचार चल रहा है।
 
उन्होंने कहा कि देश भर के विशेषज्ञों ने राममंदिर के लिए हजार वर्ष की लिखित गारंटी देने में हाथ खड़े कर दिए हैं। मंदिर के लिए बनाई गई टेस्ट पाइलिंग पहले ही फेल हो चुकी है। टेस्ट पिलर पर लोड डालने के बाद जैसे ही भूकंप जैसे झटके दिए गए उनमें दरारें आ गईं और वे लचक गए। इसे देखते हुए ट्रस्ट ने नए सिरे से तकनीकी विशेषज्ञों के साथ मंथन शुरू कर दिया है।
 
मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने लार्सन एंड टूब्रो तथा टाटा कंसल्टेंसी को सौंपी है। इसकी मजबूती के लिए विशेषज्ञों की 8 सदस्यीय टीम भी बनाई गई है, लेकिन कोई भी हजार साल तक सुरक्षित रहने वाले मंदिर की गारंटी देने को तैयार नहीं है।
 
उन्होंने कहा कि डिजाइन के अनुसार मंदिर की 32 सीढ़ियां चढ़कर रामलला के दर्शन होंगे। इस कार्य में 16 हजार घन फीट पत्थर लगेंगे। इसके लिए साढ़े सोलह फुट ऊंचा प्लेटफॉर्म बनाया जाएगा। यह दो फुट लंबा, दो फुट चौड़ा और दो फुट ऊंचा होगा। प्लेटफॉर्म में भी पत्थरों का इस्तेमाल होगा, जिस खान से यह पत्थर आने हैं उसका भी चयन हो गया है।
webdunia
चंपत राय ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए आगामी 14 जनवरी मकर संक्राति से 27 फरवरी तक चलने वाले जनसंपर्क अभियान को लेकर अयोध्या में भी संत सम्मेलन का आयोजन विहिप मुख्यालय कारसेवकपुरम में हुआ है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अयोध्या में सबके आराध्य भगवान राम का घर बन रहा है। उनके घर के निर्माण के लिए हम दान नहीं बल्कि ऐच्छिक समर्पण मांग रहे हैं। यह धन संग्रह नहीं बल्कि निधि संग्रह अभियान होगा। जिसके तहत देश की आधी आबादी से जनसंपर्क किया जाएगा।
 
तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने कहा कि अभियान को लेकर देश के 40 शहरों में बैठकें होंगी। भगवान का घर तोड़ा गया था वह अब फिर से बन रहा है, समाज स्वेच्छा से समर्पण करें। उन्होंने कहा कि हमारे पास चार रास्ते हैं। पहला रास्ता हम बड़े-बड़े उद्योगपतियों टाटा, बिरला, अंबानी के पास जाएं, दूसरा दुनिया के लोगों से दौलत मंगवाए, तीसरा बड़ी-बड़ी कंपनियों का सहयोग लें और चौथा मार्ग जनता के पास जाएं। हमने चौथा मार्ग चुना है। इसके बाद यदि कुछ बचता है तो अन्य मार्ग भी अपनाएंगे। टाटा, बिरला, अंबानी भी जनता का ही एक हिस्सा हैं। उन्होंने बैठक में शामिल संतों से भी कहा कि वो इस अभियान में शामिल हों।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

Live Updates : राष्ट्रपति से मिले राहुल गांधी, पुलिस ने प्रियंका को हिरासत में लिया