नई दिल्ली। इंदिरा गांधी हवाई अड्डे का टर्मिनल-1 गुरुवार को उस वक्त अचानक सियासी गहमागहमी का केंद्र बन गया, जब कांग्रेस के मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा को विमान से उतार दिया गया और बाद में हिरासत में ले लिया गया। कांग्रेस कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संदर्भ में की गई एक टिप्पणी को लेकर भाजपा शासित असम में खेड़ा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और यह कदम तानाशाही है।
इंडिगो की उड़ान संख्या 6ई 204 पूर्वाह्न करीब 11 बजकर 45 मिनट पर रायपुर जाने के लिए तैयार थी। विमान के रवाना होने से पहले ही खेड़ा को नीचे उतार दिया गया। मौके पर मौजूद नेताओं ने दावा किया कि बिना किसी कारण खेड़ा को उतारा गया।
खेड़ा को विमान से नीचे उतारे जाने की जानकारी मिलते ही विमान में मौजूद कई कांग्रेस नेता नीचे आ गए और विमान के बगल में धरने पर बैठ गए। खेड़ा के साथ कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, महासचिव रणदीप सुरजेवाला, तारिक अनवर, अविनाश पांडे, प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत और कई नेता धरने पर बैठे। कांग्रेस नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी और सरकार के खिलाफ नारेबाजी।
धरने और नारेबाजी के बीच ही मौके पर दिल्ली पुलिस के अधिकारी और बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी पहुंच गए। करीब डेढ़ घंटे के सियासी बवाल और नारेबाजी के बाद दिल्ली पुलिस खेड़ा को अपने साथ ले गई। उनके साथ रणदीप सुरजेवाला भी गए। इस पूरे सियासी ड्रामे के बीच विमान में बैठे कई यात्री विलंब को लेकर परेशान नजर आए।
जयपुर निवासी अंकित ने कहा कि मैं 2 छोटे बच्चों के साथ रायपुर जा रहा था, फिर यह सब शुरू हो गया। हम बहुत परेशान हैं। पता नहीं कब रवाना हो पाएंगे? यात्रियों को विमान से उतारकर टर्मिनल के भीतर ले जाया गया। इंडिगो के कर्मचारी बार-बार यह कहते सुने गए कि हमारी तरफ से कोई विलंब नहीं हुआ है।
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या भारत 'बनाना रिपब्लिक' बन गया है। उन्होंने कहा कि खेड़ा को विमान से नीचे उतारा जाना निंदनीय है।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta