नई दिल्ली। संसदीय मामलों के मंत्री अनंत कुमार ने शुक्रवार को कहा कि 3 अगस्त का दिन संसदीय इतिहास का एक यादगार दिन बन गया है। इस दिन लोकसभा ने कार्यसूची में दर्ज 3 विधेयकों पर चर्चा की और उन्हें पारित भी किया।
सदन में प्रश्नकाल के बाद शून्यकाल के स्थान पर 'भारतीय पेट्रोलियम एवं ऊर्जा संस्थान विधेयक 2017' पर पहले चर्चा कराने की उनकी अपील पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की ओर से उठाई गई आपत्ति पर उन्होंने कहा कि सदन का कामकाज निबटाने में सभी दलों के सहयोग के लिए वह आभारी हैं। उनके सहयोग का ही नतीजा है कि गुरुवार को 3 अगस्त को सदन का पूरा कामाकाज निबटाया गया। 3 विधेयकों पर चर्चा हुई और उन्हें पारित किया गया। संसदीय इतिहास का यह यादगार दिन बन गया है।
उन्होंने कहा कि वह शुक्रवार को भी विपक्ष से ऐसे ही सहयोग की अपेक्षा रखते हैं और इसलिए चाहते हैं कि शून्यकाल के पहले पेट्रोलियम और ऊर्जा संस्थान विधेयक जैसे महत्वपूर्ण विधेयक पर चर्चा हो जाए। हालांकि उन्होंने खड़गे की मांग पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के इस निर्देश से सहमति जताई कि सरकार भविष्य में इस प्रकार शून्यकाल को स्थगित कर कोई प्रस्ताव या विधेयक चर्चा के लिए लाने से बचेगी।
इससे पहले खड़गे ने शून्य काल के स्थान पर विधेयक पर चर्चा शुरु कराए जाने का यह कहते हुए विरोध किया कि गुरुवार को भी सदन में शून्यकाल नहीं हुआ था। बार बार ऐसा करना संसदीय परंपराओं के खिलाफ है। (वार्ता)