जम्मू। पिछले कई दिनों से जम्मू के इंटरनेशनल बॉर्डर पर मंडरा रहे पाकिस्तानी ड्रोनों के बीच बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ की कोशिश नाकाम की है, साथ ही मादक पदार्थों के 58 पैकेट और 2 पिस्तौल बरामद की हैं। कई घटनाओं में बीएसएफ ने ड्रोनों पर गोलियां भी बरसाई हैं।
जम्मू-कश्मीर में नारको टेरेरिज्म को शह देने के लिए ये नशीले पर्दार्थ व हथियार रात करीब डेढ़ बजे जम्मू के बिश्नाह इलाके में सीमा के अरनिया इलाके में आतंकवादियों ने फेंके थे। सूत्रों के अनुसार अरनिया की बुदवार व बुल्लेचक अग्रिम चौकियों पर तैनात सीमा प्रहरियों ने पाकिस्तान की ओर से आतंकवादियों के दल को नाइट विजन पर इस ओर आते देखा।
सीमा प्रहरियों के घुसपैठियों पर गोलीबारी करने के बाद वे सामान फेंककर भाग गए। सुबह तलाशी के दौरान सीमा प्रहरियों ने फैंसिंग के पार भारतीय क्षेत्र से हेरोइन के एक-एक किलो की 58 पैकेट, दो पिस्तोलें व इनकी चार मैग्जीनें बरामद की।
पाकिस्तान की एक बड़ी साजिश नाकाम बनाने से उपजे हालात के बीच सीमा सुरक्षा बल जम्मू फ्रंटियर के आईजी एनएस जम्वाल रविवार सुबह मौके पर पहुंचे। उन्होंने सीमा पर घुसपैठ की साजिश नाकाम बनाकर नशीले पदार्थ बरामद करने वाले सीमा प्रहरियों का हौंसला बढ़ाया।
इस बीच बीएसएफ ने इसकी पुष्टि की है कि पाकिस्तान ड्रोन की मदद से बार-बार सीमा से सटे इलाके को टोहने की कोशिश कर रहा है। कल भी मनियारी गांव के लोगों ने आसमान में पाकिस्तानी ड्रोन उड़ता देखा। कुछ लोगों ने इसका वीडियो भी बनाया है। बीएसएफ के फायरिंग करने पर ड्रोन सरहद पार लौट गया। सुरक्षा बलों ने पूरे क्षेत्र में तलाशी अभियान भी चलाया। शुक्रवार शाम करीब पौने 7 बजे यह ड्रोन गांव के ओवरहेड टैंक के नजदीक उड़ता देखा गया।
इसकी जानकारी सीमा सुरक्षा बल और पुलिस को दी गई। सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने इस पर 3 से 4 राउंड फायर भी किए। इसके बाद ड्रोन लौट गया। करीब 10 मिनट तक यह ड्रोन इलाके में उड़ता रहा। वीरवार शाम को भी इसी इलाके में स्थानीय सरपंच ने ड्रोन को देखा था, जिसकी जानकारी पुलिस को भी दी गई थी। बॉर्डर डीएसपी सचित महाजन ने बताया कि ड्रोन काफी ऊंचाई पर उड़ रहा था, इसलिए सिर्फ इसकी लाइट ही दिखाई दे रही थी। पिछले 3 दिनों में चार बार ड्रोन देखे जाने की सूचना मिली है। (फोटो : सुरेश एस डुग्गर)