पाकिस्तान की कायराना हरकत से हर हिन्दुस्तानी गुस्से में है। घायल बीएसएफ के जवान के साथ पाकिस्तान के सैनिकों ने जो हरकतें की हैं, उसे पढ़कर आपका खून खौल जाएगा। बीएसएफ के हेडकॉन्स्टेबल नरेन्द्र कुमार की हत्या से पहले पाकिस्तान के सैनिकों ने घायल सैनिक के शरीर के अंगों को क्षत-विक्षत कर दिया। घायल जवान को घंटों तक यातनाएं दी गईं।
गत दिवस सुबह करीब 11 बजे घायल होने के बाद बीएसएफ के जवान नरेन्द्र कुमार को पाक रेंजर्स व बैट के सदस्य अपने इलाके में ले गए। नरेन्द्र कुमार का शव जम्मू के रामगढ़ सेक्टर में शाम को मिला। घंटों तक दी गईं यातनाओं के निशान जवान के शरीर पर साफ दिखाई दे रहे थे। शहीद जवान के बदन में 3 गोलियों के निशान पाए गए हैं।
देर रात मिले जवान के शव की जांच के बाद पता चला कि गला रेतने से पहले उसकी आंख में गोली मारी गई है। बिजली का करंट देने अथवा खौलता पानी डाले जाने के कारण जवान के पेट व सीने की चमड़ी तक जल गई थी। कलाई व बांह के ऊपरी हिस्सों पर रस्सी से बांधने के भी निशान पाए गए।
गायब होने पर बीएसएफ ने लगाया था फोन : जब बीएसएफ को अपने जवान नरेंद्र कुमार के गायब होने की जानकारी मिली तो करीब 2 बजे उसने पाकिस्तानी रेंजर्स के अधिकारियों को फोन किया, लेकिन फोन की घंटी बजती रही और पाकिस्तानी रेंजर्स ने फोन नहीं उठाया।
करीब तीन बार कॉल करने के बाद पाकिस्तानी रेंजर्स फोन पर आए और उन्होंने कहा कि वह अपने सीनियर अधिकारियों को इसके बारे में जानकारी देंगे। काफी देर तक इंतजार करने के बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने फोन पर बीएसएफ के अधिकारियों से बातचीत की और इससे वह साफ मुकर गए कि उन्होंने अपनी तरफ से बीएसएफ के पोस्ट पर किसी भी तरीके की फायरिंग की है। यहां तक की उन्होंने इस बात से भी इंकार कर दिया कि उनके पास कि उन्होंने बीएसएफ जवान को अगवा किया है।
बेटे ने कहा, पिता की शहादत का बदला ले सरकार : शहीद जवान को सोनीपत के उनके पैतृक गांव में अंतिम विदाई दी गई। इसमें हजारों लोग शामिल हुए। लोगों में पाकिस्तान की कायराना हरकत को लेकर गुस्सा था। पिता की शहादत से दुखी उनके बेटे ने पाकिस्तान की बर्बरता पर सरकार से कार्रवाई करने की बात कही।