नई दिल्ली। कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने गुरुवार को कहा कि येदियुरप्पा द्वारा राज्यपाल को दिया पत्र ही उनकी किस्मत का फैसला कर देगा, क्योंकि इसमें 104 से ज्यादा विधायकों के समर्थन की बात शामिल नहीं है।
चिदंबरम ने ट्वीट किया, राज्यपाल को दिया गया येदियुरप्पा का पत्र उनका भविष्य तय कर देगा। इसमें 104 से ज्यादा के आंकड़े का कोई उल्लेख नहीं है। राज्यपाल ने सरकार बनाने का जो न्यौता दिया है, उसमें भी किसी आंकड़े का उल्लेख नहीं है।
उनकी यह टिप्पणी उस वक्त आई है जब उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि कर्नाटक में सरकार का गठन उसके समक्ष दायर मामले में आखिरी निर्णय पर निर्भर करेगा। येदियुरप्पा को कल सरकार गठन का न्यौता मिलने के बाद चिदंबरम ने आरोप लगाया था कि राज्यपाल वजुभाई वाला ने बहुमत का जुगाड़ करने के लिए भाजपा को 15 दिन का समय दिया है।
दरअसल, राज्यपाल ने येदियुरप्पा को सरकार बनाने का न्यौता देने के साथ ही विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 15 दिनों का समय दिया है। आज सुबह येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई। चिदंबरम ने कहा, राज्यपाल ने येदियुरप्पा को बहुमत जुटाने के लिए 15 दिनों का समय दिया है। 15 दिन का समय 104 को 111 में बदलने के लिए दिया गया है।
राज्य में विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। ऐसे में प्रदेश की 224 सदस्यीय विधानसभा में 222 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा को 104, कांग्रेस को 78 और जदएस+ को 38 सीटें मिली हैं। फिलहाल, बहुमत के लिए जादुई आंकड़ा 112 है। (भाषा)