पूरा देश प्याज के आंसू रो रहा है। दिसंबर के महीनें में आम तौर पर 20-30 रुपए किलो बिकने वाला प्याज इस वक्त 120-150 रुपए किलो तक बिक रहा है। प्याज की बढ़ती कीमतों ने भले ही आम आदमी को परेशान कर दिया हो लेकिन देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को प्याज की कीमतों से कोई फर्क नहीं पड़ता है। प्याज की कीमतों को रोक पाने में केंद्र सरकार पहले ही पूरी तरह विफल नजर आ रही है और अब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की प्याज को लेकर ऐसी टिप्पणी ने उनको विरोधियों के निशाने पर ला दिया है। संसद में विपक्ष ने जब प्याज की बढ़ती हुई कीमतों को लेकर सरकार को घेरा तो अपने बयानों के लिए अक्सर चर्चा में रहने वाली वित्त मंत्री ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उनको प्याज की कीमतों से कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि वह ऐसे घर से आती है जहां प्याज का उपयोग नहीं होता और वह खुद प्याज नहीं खाती है।
वित्त मंत्री ने भले ही यह बातें बहुत ही हल्के अंदाज में कही हो लेकिन वित्तमंत्री के लोकसभा में दिए गए इस गैर जिम्मेदराना बयान से पहले ही प्याज के आंसू रोने वाले लोग बहुत ही आहत नजर आ रहे है। वित्त मंत्री के इस बयान के बाद संसद से लेकर सड़क तक विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है। विपक्ष ने संसद के बाहर प्याज की कीमतों को लेकर मोदी सरकार की चुप्पी पर उसको घेरते हुए जमकर नारेबाजी की। सोशल मीडिया पर पहले भी अपने बयानों के लिए ट्रोल होने वाली वित्त मंत्री फिर एक बार निशाने पर आ गई है। यूजर्स ने कई तरह के मीम के जरिए वित्म मंत्री निर्मला सीतारमण को खूब खरी खोटी सुना रहे है। सोशल मीडिया पर प्याज की तुलना डॉलर करते हुए लिख रहे है कि अमेरिकी डॉलर के भारत का प्याज मजबूत हुआ है,इसके साथ ही वहीं प्याज को तुलना बाहुबली से भी की जा रही है।
वेबदुनिया से जब वित्त मंत्री के बयान पर लोगों से उनका रिएक्शन जानना चाहा तो वह बेहद नाराज नजर आए। पेशे से सरकारी कर्मचारी राहुल भार्गव कहते हैं कि वित्त मंत्री का बयान जले पर नमक छिड़कने के समान है। पहले ही लोग महंगाई से परेशान थे और अब प्याज की कीमतों ने उनकी कमर तोड़ कर रख दी है। वह इसके पीछे प्याज की जमाखोरी और समय रहते सरकार का इस ओर ध्यान नहीं देने को बड़ी वजह मानते है। बाजार में प्याज खरीदने के लिए आई गृहणी सरिता मानती है कि प्याज की कीमतों ने उनके घर का बजट बुरी तरह बिगाड़ दिया है
वहीं प्याज के कारोबारियों की मानें तो आने वाले समय प्याज के दामों से अभी कोई बड़ी राहत मिलने की संभावना नहीं है। प्याज के फुटकर विक्रेता मोहम्मद अंसार खान कहते हैं कि दाम बढ़ने के चलते प्याज की बिक्री अब नहीं के बराबर है,जो ग्राहक आम तौर पर दो किलो तक प्याज खरीदता था वह अब प्याज के दाम सुनकर चले जाते है। दिन भर की बिक्री में मुश्किल से ही एक या दो ग्राहक एक किलो प्याज खरीद सकने की हिम्मत जुटा पा रहे है। अंसार कहते हैं कि गुरुवार को भोपाल की थोक मंडी में प्याज की कीमत 100 से 150 रुपए किलो तक पहुंच गई है इसके चलते आने वाले दिनों में प्याज की फुटकर कीमतें और बढ़ेगी। वह कहते हैं कि नासिक से ही प्याज की आवक नहीं हो रही है जिससे दाम बढते जा रहे है। लंबे अरसे से प्याज की फुटकर करने वाले अंसार कहते है कि वह अब मंडी से प्याज नहीं ला रहे है और अगर ऐसे ही कीमते बढती गई तो उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा।