नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को NRC मामले में गृहयुद्ध की धमकी खासी महंगी पड़ गई। उनके खिलाफ असम के डिबुग्रढ़ में शिकायत दर्ज की गई है। ममता पर प्रदेश की साम्प्रदायिक सद्भावना को नुकसान पहुंचाने की कोशिश का आरोप लगाया गया है।
असम में शिकायत : यह शिकायत जगदीश सिंह, मृदुल कलिता और अमुल्य चेंगलारी ने दर्ज करवाई है। बताया जा रहा है कि तीनों बीजेपी युवा मोर्चा के सदस्य बताए जा रहे हैं. शिकायत के मुताबिक ममता बनर्जी असम में साम्प्रदायिक तनाव पैदा करने और एनआरसी की शांतिपूर्ण प्रक्रिया को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रही हैं।
भाजपा नेता के निशाने पर ममता : उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने असम एनआरसी को लेकर ममता पर पलटवार करते हुए कहा कि बंगाल में ममता दीदी का दीपक बुझने वाला है और वहां दलदल में कमल खिलने वाला है। यह उन्हें पता है इसलिए वह आरोप लगा रही है। मोदीजी जिन 125 करोड़ लोगों के लिए काम कर रहे हैं वह सभी भारतीय है।
इन राज्यों में भी NRC की मांग : असम में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (एनआरसी) का ड्राफ्ट जारी होने के बाद अब देश के दूसरे कई राज्यों में भी NRC की मांग शुरू हो गई है। भाजपा ने पश्चिम बंगाल, बिहार, दिल्ली और यूपी में NRC बनाने की मांग की है।
क्या कहा था ममता ने : उल्लेखनीय है कि ममता ने कहा था अगले आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराना बहुत जरूरी है क्योंकि वह असम की तरह अन्य राज्यों में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) बनाना चाहती है जिससे देश में गृहयुद्ध की स्थिति पैदा हो सकती है।
उन्होंने कहा था कि भाजपा ने असम में इस रजिस्टर से 40 लाख लोगों को बाहर कर दिया। अब वह बंगाल, बिहार, राजस्थान, उत्तरप्रदेश एवं अन्य राज्य में ऐसे रजिस्टर से करोड़ों लोगों को बाहर कर देगी।