फूलपुर। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए विपक्ष को एकजुट करने में जुटे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उत्तरप्रदेश के फुलपूर से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने एक साक्षात्कार में नीतीश कुमार के फूलपुर से लोकसभा के चुनावी मैदान में उतरने के सवाल पर इनकार नहीं किया है।
वाराणसी से महज 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित फूलपुर से में नीतीश कुमार की उम्मीदवारी को पीएम नरेंद्र मोदी को सीधी चुनौती के रूप में देखा जा रहा है। वाराणसी पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र है। कुुुुर्मी बहुल यह सीट नीतीश के लिए यूपी में सबसे सुरक्षित सीट मानी जा रही है।
पूर्व में राजग का हिस्सा रहे नीतीश कुमार अब लालू यादव की राजद के साथ बिहार में सत्ता चला रहे हैं। ऐसे में वे भाजपा की आंख की किरकिरी बन चुके हैं। जदयू उन्हें प्रधानमंत्री पद के दावेदार के रूप में प्रोजेक्ट करना चाहता है हालांकि वे खुद कई बार इससे इनकार कर चुके हैं।
फूलपुर संसदीय क्षेत्र ने कुल 19 चुनाव देखे हैं जिनमें दो उप-चुनाव भी शामिल हैं। पंडित जवाहरलाल नेहरू ने यहां से लगातार 1952, 1957 और 1962 का चुनाव जीते और दूसरे रामपूजन पटेल जो 1984, 1989 और 1991 में इस सीट से हैट्रिक बनाई है। यह रिकॉर्ड अभी तक तीसरा कोई नहीं तोड़ पाया। पटेल एक बार कांग्रेस के टिकट पर और दो बार जनता दल के टिकट से विजयी रहे।
फूलपुर संसदीय क्षेत्र में ओबीसी वोटर सबसे अधिक हैं। इनमें भी पटेल मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है। फूलपुर की सोरांव, फाफामऊ, फूलपुर और शहर पश्चिमी विधानसभा सीट ओबीसी बाहुल्य हैं। इनमें कुर्मी, कुशवाहा और यादव वोटर सबसे अधिक हैं।