जोधपुर। रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने आज वायुसेना के लडाकू विमान सुखोई..30 एमकेआई में उड़ान भरी और ऐसा करके वह भारतीय वायुसेना के अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू विमान में उड़ान भरने वाली पहली भारतीय महिला रक्षामंत्री बन गईं।
सीतारमण ने सुखोई लड़ाकू विमान में उड़ान भरने से पहले पायलटों द्वारा पहने जाने वाला जी..सूट और अपने सिर पर हेलमेट पहना। सुपरसोनिक लड़ाकू विमान सुखोई..30 एमकेआई ने दोपहर 1 बजे वायुसेना के जोधपुर स्टेशन से उड़ान भरी और आठ हजार मीटर की ऊंचाई पर गया। पाकिस्तान की सीमा से सटे राजस्थान के पश्चिमी सेक्टर में 45 मिनट की उड़ान के बाद सुखोई विमान वायुसेना स्टेशन पर लौट आया।
58 वर्षीय सीतारमण दो सीट वाले सुखोई लड़ाकू विमान के कॉकपिट में पायलट के पीछे वाली सीट पर बैठीं। सीतारमण ने बाद में संवाददाताओं से बातचीत में सुखोई लड़ाकू विमान में अपनी उड़ान को ‘‘अविस्मरणीय बताया। सीतारमण इससे पहले जोधपुर स्थित सुखोई स्क्वाड्रन के विमान में उड़ान भरने के लिए वायुसेना के एक अन्य विमान में वायुसेना स्टेशन पहुंचीं।
आज यहां चमकीली धूप निकली हुई थी। वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया और उन्होंने वायुसेना अधिकारियों के साथ संक्षिप्त बैठक की। सीतारमण को बाद में अधिकारियों द्वारा विमानों के संचालन के बारे में जानकारी दी गई। जब विमान उड़ान भरने के लिए आगे बढ़ा तो वह कॉकपिट में शांतचित्त दिखाई दे रहीं थीं।
देश की पहली महिला रक्षा मंत्री ने कॉकपिट के भीतर से हाथ हिलाया तथा ‘थम्प्स अप’ का चिन्ह भी दिखाया। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘सुखोई..30 एमकेआई में उड़ान का मेरा अनुभव अविस्मरणीय रहा, जो कि भारत में बना लड़ाकू विमान है।' उन्होंने कहा कि सुखोई विमान ने ‘मैक..एक’ की गति पार की और 8000 मीटर की ऊंचाई तक गया।
जोधपुर वायुसेना स्टेशन के अपने दौरे के दौरान वह वायुसेना कर्मियों से मिलीं और बल के संचालन और युद्धक तैयारियों की समीक्षा की। इस मौके पर उन्हें देश की रक्षा में वायु शक्ति की तैनाती के बारे में भी जानकारी दी गई। रक्षा मंत्री सशस्त्र बलों की संचालन क्षमताओं और तैयारियों का जायजा लेने के लिए बलों के विभिन्न प्रतिष्ठानों का पूर्व में दौरा किया है।
वायुसेना के एक अधिकारी ने बताया कि रक्षा मंत्री सीतारमण सुपरसोनिक जेट सुखोई..30 एमकेआई में उड़ान भरने वाली दूसरी भारतीय महिला नेता और दूसरी रक्षा मंत्री हैं क्योंकि उनसे पहले तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने 2009 में इस विमान में उड़ान भरी थी। इसके साथ ही एपीजे अब्दुल कलाम ने भी इस लड़ाकू विमान में उड़ान भरी थी।
अधिकारी ने बताया कि 2003 में तत्कालीन रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस ने भी सुखोई..30 जेट में उड़ान भरी थी। सुखोई..30 एमकेआई परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है और यह दुश्मन के क्षेत्र में भीतर तक प्रवेश कर सकता है।