नई दिल्ली। निर्भया मामले में चारों दोषियों की फांसी के लिए नई तारीख मुकर्रर करने की मांग करते हुए दिल्ली सरकार ने बुधवार को शहर की एक अदालत का रुख किया।
राष्ट्रपति की ओर से दया याचिका खारिज होने के बाद निर्भया कांड के दोषियों को फांसी की सजा की तामील के लिए नई तारीख को लेकर तिहाड़ जेल प्रशासन अदालत पहुंचा गया है।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने दिन में बताया कि निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले में फांसी की सजा का सामना कर रहे दोषी पवन गुप्ता की दया याचिका राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ठुकरा दी है।
निचली अदालत ने 17 फरवरी को चारों दोषियों 32 वर्षीय मुकेश कुमार सिंह, 25 वर्षीय पवन, 26 वर्षीय विनय शर्मा और 31 वर्षीय अक्षय कुमार सिंह को फांसी देने के लिए 3 मार्च सुबह 6 बजे तय की थी।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र राणा के जल्द ही इस पर सुनवाई कर सकते हैं। राष्ट्रपति पहले ही मुकेश, विनय और अक्षय की दया याचिका खारिज कर चुके हैं।
निर्भया के साथ 16 दिसंबर, 2012 को दक्षिणी दिल्ली में चलती बस में सामूहिक बलात्कार और उस पर बर्बरता से हमला किया गया था।
निर्भया की 29 दिसंबर को सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में मौत हो गयी थी, जहां उसे बेहतर चिकित्सा के लिए ले जाया गया था।