कोझीकोड। केरल के कोझीकोड में निपाह वायरस ने 10 लोगों की जान ले ली है। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक इस वायरस से 10 लोगों की मौत हो गई है। इसमें एक ही परिवार के चार लोग शामिल हैं। चार की हालत गंभीर बताई जा रही है। 25 लोगों को निगरानी में रखा गया है। पुणे की वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट ने तीन व्यक्तियों के नमूनों में निपाह की पुष्टि की है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने एनसीडीसी की टीम को केरल का दौरा करने का आदेश दिया है।
क्या होता है निपाह वायरस : डब्लूएचओ के अनुसार निपाह वायरस चमगादड़ से फलों में और फलों से इंसानों हमला करता है। इसका पहला मामला 1998 में मलेशिया के कांपुंग सुंगई निपाह में सामने आया था। 2004 में यह बांग्लादेश में इस वायरस के प्रकोप के मामले सामने आए थे। इसे निपाह वायरस का नाम दिया गया। सुअरों में इसका असर देखा गया था।
ये होते हैं लक्षण : इस वायरस की चपेट में आने वाले व्यक्ति सांस लेने में परेशानी होती है। फिर दिमाग में जलन महसूस होती है। अगर सही समय पर इलाज न मिले तो व्यक्ति मौत भी हो सकती है।
बचने के लिए रखें ये सावधानियां : इस वायरस से बचने के लिए व्यक्ति को पेड़ से गिरे फलों को खाने से बचना चाहिए खासकर खजूर से। बीमार सुअर से भी व्यक्ति को दूरी बनाए रखनी चाहिए।
क्या है उपचार : निपाह वायरस की कोई दवाई नहीं है। इसकी प्रभावित व्यक्ति का आईसीयू में रखकर इलाज किया जाता है।