कोलकाता। पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई नई राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (एनएचपीएस) को भाजपा का एक और जुमला करार दिया है।
चिदंबरम ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है कि सरकार ने ऐसी योजना की घोषणा की है। जैसा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने बजट भाषण में 10 करोड़ परिवारों को पांच लाख रुपए प्रति परिवार तक स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराने की घोषणा की थी।
उन्होंने कहा कि सरकार समझती है कि लोगों की याददाश्त कमजोर होती और इसी वजह से उसने गर्व से एक ही योजना की घोषणा दो बजटों में कर दी। वर्ष 2016-17 में सरकार ने छह करोड़ परिवारों तथा 30 करोड़ लोगों को लक्षित कर राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना (एनएचआईपी) की घोषणा की थी। उस समय बीमा की राशि एक लाख रुपए थी लेकिन योजना शुरू नहीं हो पाई। इस बार बीमा की राशि बढ़ा दी लेकिन यह नहीं बताया कि बीमा की राशि कहां से आएगी।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष बजट में जेटली ने एनएचपीएस योजना की घोषणा तो कर दी लेकिन वह यह बताने में असफल रहे कि इसके लिए पैसा कहां से आएगा।
उन्होंने कहा कि मुझे संदेह है कि सरकार इस योजना को एक बार फिर वापस ले लेगी। यह बहुत ही खतरनाक होगा कि लोग इस योजना का लाभ नहीं उठा पाएंगे। इसके बाद सरकार घोषणा करेगी कि भारत बहुत स्वस्थ देश है क्योंकि कोई भी इस योजना का इस्तेमाल नहीं कर रहा है। (वार्ता)