चंडीगढ़। पंजाब चुनावों में हार के बाद कांग्रेस नेता नवजोतसिंह सिद्धू लगातार पार्टी के खिलाफ जाते दिखे हैं। इसे लेकर पार्टी नेताओं की तरफ से उनका विरोध भी शुरू हो चुका है। इसके बाद कहा जा रहा है कि नवजोतसिंह सिद्धू एक बार फिर पाला बदल सकते हैं। अब सिद्धू सोमवार 9 मई को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मुलाकात करने जा रहे हैं। यह जानकारी खुद उन्होंने ट्विटर पर दी है।
नाराज हैं प्रदेश के नेता : नवजोतसिंह सिद्धू और पंजाब कांग्रेस नेताओं के बीच एक बार फिर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। सिद्धू के हालिया बयानों से कई नेता उनसे नाराज हैं। कांग्रेस के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर प्रदेश इकाई के पूर्व प्रमुख नवजोतसिंह सिद्धू के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि सिद्धू खुद को पार्टी से ऊपर दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।
वर्किंग कमेटी की बैठक : आधिकारिक तौर पर सिद्धू की तरफ से यह बताया गया है कि उनकी भगवंत मान से यह मुलाकात पंजाब की आर्थिक स्थिति में सुधार को लेकर है। सिद्धू ने कहा कि पंजाब का विकास एक ईमानदार सामूहिक प्रयास से ही संभव है। सिद्धू जिस दिन पंजाब के मुख्यमंत्री से मिलने जा रहे हैं, उसी दिन कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक भी है। इस बैठक में चिंतन शिविर के लिए एजेंडा तय किया जाएगा।
कहा था छोटा भाई : सिद्धू ने कुछ दिनों पहले मान को छोटा भाई और ईमानदार कहा था। कानून व्यवस्था की स्थिति सहित विभिन्न मुद्दों पर राज्य में आम आदमी पार्टी (आप) के नेतृत्व वाली सरकार पर लगातार हमला करने वाले सिद्धू ने कहा है कि पंजाब का पुनरुत्थान सामूहिक प्रयास से ही संभव है।
सिद्धू ने 22 अप्रैल को कहा था कि पंजाब में व्याप्त माफिया राज के कारण कांग्रेस राज्य का चुनाव हार गई और अब उसे खुद को फिर से बदलने की जरूरत है तथा मान की छोटे भाई और ईमानदार के रूप में प्रशंसा की। सिद्धू ने कहा था कि वे मान का समर्थन करेंगे, अगर वह माफिया के खिलाफ लड़ते हैं।