दिसंबर के आखिरी दिनों में दुनिया में कोरोना वायरस का कहर शुरु हो चुका था। तब से लेकर अब तक दुनिया पूरी तरह बदल चुकी है। लेकिन जो लोग दिसंबर के पहले ही पृथ्वी छोड़कर स्पेस (अंतरिक्ष) में चले गए थे वे जब वापस पृथ्वी पर लौटे तो उन्हें एक नई दुनिया नजर आई। पहले तो उन्हें यकीन ही नहीं हुआ होगा कि वे पृथ्वी पर लौट चुके हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हाल ही में अंतरिक्ष से लौटे तीन यात्री रूस के ओलेग स्क्रीपोचका, अमेरिका की जेसिका मीर और एंड्रू मॉर्गन के लिए यह दुनिया बिल्कुल नई ही है। जब उन्होंने पृथ्वी पर कदम रखा तो वे हैरान रह गए यह देखकर कि दुनिया इतनी बदल चुकी है।
तीनों वैज्ञानिक करीब 9 महीने पहले धरती छोड़कर गए थे, लेकिन इतने महीनों बाद जब वे लौटे तो धऱती पर उतरते उनके आसपास मास्क और ग्लव्स लगाए लोग नजर आए।
जेसिका मीर ने मीडिया को बताया,
'अंतरिक्ष से धरती हमेशा की तरह अद्भुत दिखती है, इसलिए हम जो छोड़कर गए थे वैसा नहीं है, और उसके बाद के बदलाव को स्वीकार करना काफी कठिन है।'
मॉर्गन जुलाई में स्पेस स्टेशन पहुंचे थे जबकि मीर और ओलेग सितंबर में वहां गए थे। मॉर्गन 275 दिनों के बाद और ओलेग और मीर 205 दिनों के बाद धरती पर लौटे हैं जब यहां सबकुछ बदल चुका है। अब जब वे पृथ्वी पर आ गए तो अमेरिका हो या रूस उन्हें हर जगह शटडाउन, लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग से गुजरना पड़ेगा। और यह सब देखकर वे सचमुच हैरान हैं।
ये तीनों अंतरिक्ष यात्री जब शुक्रवार को कजाकिस्तान में उतरे तो नासा इंटरनेशनल स्पेस सेंटर ने ये तस्वीरें अपने ट्विटर हैंडल से जारी की है। वहीं, नासा ने जारी वीडियो में दिखाया है कि कैसे ये धरती पर उतरे और उन्हें उतरते ही पहनने के लिए मास्क दिए गए। उनको रिसीव करने गई सर्च टीम को क्वारंटीन में रखा गया था और उनका कोरोना वायरस टेस्ट भी किया गया।
यह इसलिए किया गया ताकि स्पेस से आ रहे तीनों यात्रियों को उनसे कोरोना का खतरा न हो। आम दिनों में ऐसा होता है कि सर्च टीम क्रू सदस्यों को रिसीव करती है और उनको एयरपोर्ट पर छोड़ देती है। कजाकिस्तान ने आपातकाल लगा रखा है और ज्यादातर एयरपोर्ट अभी बंद हैं। हालांकि, बाइकोनुर स्पेस लॉन्च पैड खुला हुआ है जहां से वे अपने-अपने घर को चले जाएंगे।