Mpox : दुनियाभर में एमपॉक्स का कहर बढ़ता ही जा रहा है। पाकिस्तान में इस वायरस के दस्तक के बाद भारत में अलर्ट जारी कर दिया है। हवाई अड्डों पर बंदरगाहों पर सुरक्षा सख्त कर दी गई है। सरकार ने अस्पतालों से एमपॉक्स मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड तैयार करने को कहा है। हालांकि भारत में एमपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि फिलहाल एमपॉक्स का खतरा नहीं है, हालांकि मंत्रालय ने आने वाले हफ्तों में कुछ मामलों का पता चलने की आशंका को पूरी तरह से खारिज नहीं किया। मंत्रालय ने कहा कि एमपॉक्स के प्रसार को रोकने और नियंत्रित करने के लिए एहतियाती कदम उठाए जाएंगे।
मंत्रालय ने सभी राज्यों से एमपॉक्स मामलों से निपटने के लिए अस्पतालों को तैयार रखने को कहा है। एमपॉक्स के मरीजों का अलग से इलाज करने के लिए दिल्ली में 3 सरकारी अस्पतालों को प्रमुख सुविधाओं के रूप में चुना गया है। इनमें राम मनोहर लोहिया अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल और लेडी हार्डिंग अस्पताल के नाम शामिल हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय की समीक्षा बैठक में निर्णय लिया गया कि सावधानी के तौर पर सभी हवाईअड्डों, बंदरगाहों और सीमाक्षेत्र में सतर्कता बरतने, 32 परीक्षण प्रयोगशालाओं को तैयार करने, किसी भी मामले का पता लगाने, प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य केंद्रों की क्षमताएं बढ़ाने जैसे कदम उठाए जाएंगे।
अगस्त में ही स्वीडन की सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंसी ने अफ्रीका के बाहर एमपॉक्स का पहला मामला दर्ज किया था। स्वीडिश एजेंसी का कहना है कि संक्रमित व्यक्ति, अफ्रीका में रहने के दौरान ही एमपॉक्स की चपेट में आया था।
एमपॉक्स एक संक्रामक बीमारी है जिसे पहले 'मंकीपॉक्स' के नाम से भी जाना जाता था। अफ्रीकी देश कॉन्गो में इस बीमारी के शुरुआती दौर में ही 450 से भी ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। इस वायरस के खतरे को देखते हुए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने पहले ही ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दी थी।
Edited by : Nrapendra Gupta