नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि मानसून ने देश के करीब आधे हिस्से पर छा गया है। आईएमडी ने दावा किया कि देश के पश्चिमी और मध्य इलाके तक मानसून के पहुंचने के लिहाज से परिस्थितियां पूरी तरह अनुकूल हैं।
मानसून फसल की बुवाई में जुटे किसानों के लिए मददगार साबित होगा। मानसून मध्य अरब सागर से आगे बढ़ रहा है और कोंकण क्षेत्र तक पहुंच गया है। मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक पिछले तीन दिनों के दौरान मानसून ने गति पकड़ी है और वह पूरे दक्षिण व पूर्वी भारत तक पहुंच गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक जल्द ही मानसून के आगोश में पूरा मध्यप्रदेश और गुजरात होगा। हालांकि 1 जून से शुरू होने वाले मानसून सीजन में अब तक सामान्य से 38 फीसदी कम बारिश हुई है। इसका कारण मानसून का देर से पहुंचना है।
मौसम का हाल बताने वाली संस्था स्काईमेट का अनुमान है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले दो दिनों के भीतर पूर्वी उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ व महाराष्ट्र तक फैल जाएगा और इन राज्यों में झमाझम बरसात होगी।
मध्यभारत में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और गुजरात के कुछ इलाकों के साथ दक्षिण भारत में मानसून की बारिश की गति बढ़ेगी। दक्षिणी क्षेत्र में केरल, तटीय कर्नाटक, उत्तरी तेलंगाना और कर्नाटक के अंदरूनी हिस्से में भारी बारिश हो सकती है। पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्से में अगले 24 से 48 घंटे के भीतर भारी बरसात होने का अनुमान है। स्काईमेट के अनुसार मानसून 30 जून तक देश के प्रमुख राज्यों तक मानसून पहुंच जाएगा।