मोदी सरकार अपने मिशन कश्मीर पर तेजी से आगे बढ़ रही है। ऐसे में अभी जब केंद्र में नई सरकार को आए महज पचास दिन ही पूरे हुए हैं, सरकार जम्मू कश्मीर को लेकर लगातार ऐसे फैसले ले रही है, जिसको लेकर सियासी गलियारों में हलचल मची हुई है। बुधवार को मोदी सरकार ने इस बार जम्मू कश्मीर में 15 अगस्त पर आजादी के जश्न को ऐतिहासिक बनाने के लिए बड़ा फैसला किया है। मोदी कैबिनेट ने स्वतंत्रता दिवस के दिन जम्मू कश्मीर के हर गांव में तिरंगा झंडा फहराने का फैसला किया है, इसके लिए सभी ग्राम प्रधानों को निर्देश जारी किए गए हैं। इसके साथ ही बुधवार को मोदी कैबिनेट ने नौकरी और शिक्षा में आर्थिक आधार पर 10 फीसदी आरक्षण लागू करने के फैसले को भी मंजूरी दे दी है।
मोदी सरकार ने यह निर्णय ऐसे समय लिए हैं, जब पहले से ही जम्मू कश्मीर में संविधान के अनुच्छेद 35A को हटाने की संभावना को लेकर सियासी जंग छिड़ी हुई है। पिछले हफ्ते केंद्र सरकार ने जब घाटी में 10 हजार अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती का जो फैसला किया है उसके बात इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि क्या केंद्र सरकार जम्मू कश्मीर से आने वाले समय में 35A को खत्म करने जा रही है। मोदी सरकार में जब अमित शाह को गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी तब से ही इस बात की चर्चा शुरू हो गई थी कि सरकार जल्द ही कश्मीर को लेकर कोई बड़ा निर्णय ले सकती है। भाजपा जो लंबे समय से अपने मैनिफेस्टो में जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35A हटाने की बात करती आई है वह अब इस पर आगे बढ़ती हुई दिखाई दे रही है।
इस बीच बुधवार को भोपाल आए संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने साफ कह दिया कि इस सरकार को जम्मू कश्मीर को धारा 35A और 370 से मुक्त करना है। इंद्रेश कुमार ने साफ कहा कि जब पूरा देश एक संविधान, एक प्रधानमंत्री, एक नागरिकता के दायरे में है तो जम्मू कश्मीर इससे क्यों अलग है? उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर को लेकर देश के 70 फीसदी लोगों की राय बन गई है कि जम्मू कश्मीर को इनसे मुक्त करना चाहिए। संघ के बड़े नेता के इस बयान से साफ है कि अब मोदी सरकार संघ के एजेंडे को पूरा करने में निर्णायक कदम उठा चुकी है।
वरिष्ठ पत्रकार गिरिजाशंकर का कहना है कि पीएम मोदी इस कार्यकाल में संघ के सेट एजेंडे को एक के बाद एक पूरा कर रहे हैं। जम्मू कश्मीर में केंद्र सरकार की नीतियों को लेकर गिरिजाशंकर कहते हैं कि संघ हमेशा एक देश, एक कानून की बात कहता है और इसी को लेकर जम्मू कश्मीर से धारा 35A और 370 हटाना भी संघ का ही एक एजेंडा है जिसको प्रधानमंत्री मोदी तेजी से आगे बढ़ा रहे हैं। वेबदुनिया से बातचीत में गिरिजाशंकर ने कहा कि पिछले दिनों ट्रिपल तलाक पर भी जो बिल पास कराया गया, वह भी संघ का ही एक एजेंडा है जिसे मोदी सरकार ने पूरा किया। गिरिजाशंकर साफ कहते हैं कि भाजपा में अटल-आडवाणी के बाद बाकी सब बड़े नेताओं को किनारे कर जेनरेशन चेंज के नाम पर मोदी को आगे इसलिए लाया गया है ताकि वे संघ के एजेंडे को पूरा कर सकें।
जम्मू कश्मीर में हर गांव में तिरंगा फहराने के केंद्र की मोदी सरकार के निर्णय का स्वागत करते हुए संघ विचारक अनिल सौमित्र कहते हैं कि देश की स्वतंत्रता के बाद पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की गलत नीतियों और निजी स्वार्थ के चलते जम्मू कश्मीर पूरे भारत से अलग-थलग था। जिसके कारण वहां अलगाववाद और राष्ट्र विरोधी ताकतों को पनपने का मौका मिला।
सौमित्र का कहना है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और जनसंघ के श्यामा प्रसाद मुखर्जी और दीनदयाल उपाध्याय ने जम्मू कश्मीर के बारे में जो सपना देखा था, वह अब उसी देश में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद मोदी और भाजपा आगे बढ़ा रही है। वे कहते हैं कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी सदैव इस बात पर अडिग रहे कि जम्मू कश्मीर भारत का एक अविभाज्य अंग है, उनका कहना था कि एक देश में दो विधान, दो निशान और दो प्रधान नहीं चलेगा-नहीं चलेगा। सौमित्र का कहना है कि आज जम्मू कश्मीर के सभी गांवों में तिरंगा फहराने के निर्णय से देश का हर नागरिक गौरव महसूस कर रहा है।