नई दिल्ली। एंटिगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने PNB घोटाले के आरोपी मेहुल चौकसी को धोखेबाज करार दिया। उन्होंने कहा कि भारत की एजेंसियां एंटीगुआ आकर मेहुल चौकसी से पूछताछ करने के लिए स्वतंत्र हैं।
ब्राउन ने स्पष्ट कहा कि चौकसी को वापस अपने देश जाना ही होगा, ये सब समय की बात है कि वो कब तक कानूनी दांव-पेचों से खुद को बाहर रख पाता है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में गैस्टोन ब्रॉउन ने कहा था कि चौकसी की एंटीगा और बरबूडा की नागरिकता बहुत जल्द रद्द की जाएगी। उन्होंने साफ-साफ कहा कि वे अपने देश को अपराधियों के लिए सुरक्षित जगह नहीं बनने देंगे। कानूनी प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरा कर उसे हम कानूनी तरीके से ही भारत भेजेंगे।
कौन है मेहुल चौकसी : मेहुल चौकसी एक हीरा कारोबारी है। मेहुल की कंपनी गीतांजलि का सालाना टर्नओवर करीब 13 हजार करोड़ का था। बता दें कि गीतांजलि का कारोबार देश के साथ-साथ दुनिया के अन्य कई देशों में भी चलता था।
बताया जाता है कि पीएनबी से मेहुल चौकसी ने 9000 करोड़ और नीरव मोदी ने 2000 करोड़ रुपए लिए थे। ये दोनों ही हीरा कारोबारी पैसे नहीं लौटा सकें। पंजाब नेशनल बैक के दो अधिकारियों की मिलीभगत से नीरव मोदी और उनके सहयोगियो ने साल 2017 में विदेश से सामान मंगाने के नाम पर बैंकिंग सिस्टम में जानकारी डाले बिना ही आठ एलओयू जारी करवा लिए, जिसके कारण बैंक को 280 करोड रुपए से भी अधिक का नुकसान हुआ।
ऐसे होगी वापसी : भारत चौकसी के प्रत्यर्पण के लिए लगातार प्रयत्न कर रहा है। कुछ दिन पहले ही जांच एजेंसियों ने चोकसी के बीमार होने के दावे पर एयर ऐम्बुलेंस के जरिए वापस लाने का प्रस्ताव भी दिया था। बता दें कि जांच के लिए भारत आने से इंकार करते हुए चौकसी ने कहा था कि वह स्वास्थ्य कारणों से भारत यात्रा नहीं कर सकता, लेकिन जांच में मदद करने के लिए तैयार हैं।