नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में हिंसा की ताजा घटनाओं के बीच मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की और राज्य के सुरक्षा हालात एवं स्थिति सामान्य करने के तरीकों पर उनके साथ चर्चा की।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। यह बैठक 20 मिनट तक चली। दोनों नेताओं ने समाज के विभिन्न तबकों के साथ बातचीत के लिए केंद्र के प्रतिनिधि दिनेश्वर शर्मा द्वारा उठाए गए कदमों पर भी चर्चा की। गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति और घाटी में शांति बहाली के लिए उठाए गए कदमों के बारे में गृहमंत्री को जानकारी दी।
पाकिस्तान से लगी सीमा पर मौजूद हालात पर भी चर्चा हुई, जहां अक्सर ही घुसपैठ की कोशिशें होती हैं और सीमा पार से गोलीबारी होती है। कठुआ सामूहिक बलात्कार घटना की सीबीआई जांच की बढ़ती मांग और आतंकी हिंसा एवं सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के मद्देनजर यह बैठक हुई।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि सीमा पार से अक्सर ही गोलीबारी का सामना करने वाले नागरिकों की दशा में सुधार करने और प्रधानमंत्री के ‘डेवलपमेंट पैकेज के क्रियान्वयन के बारे में भी उन्होंने चर्चा की। गौरतलब है कि कश्मीर घाटी में आतंकवादियों की हिंसा में तेजी आई है।
संसद को मुहैया कराए गए आंकड़ों के मुताबिक इस साल जनवरी से लेकर मध्य मार्च तक आतंकी हिंसा की करीब 60 घटनाएं हुई हैं। 15 सुरक्षाकर्मी और 17 आतंकवादी मारे गए हैं। पिछले हफ्ते श्रीनगर में पथराव की घटना में जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक अधिकारी बुरी तरह से घायल हो गए थे।
गौरतलब है कि मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवन्त सिन्हा और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष वजाहत हबीबुल्ला सहित 'कंसर्न्ड सिटीजन ग्रुप' ने हिंसा की घटनाएं बढ़ने पर गंभीर दुख जताया था और कहा था कि मौजूदा संकट का हल राजनीतिक वार्ता में निहित है। (भाषा)