Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

जानिए मनोहर पर्रिकर के पश्चाताप के पत्र का वायरल सच

हमें फॉलो करें जानिए मनोहर पर्रिकर के पश्चाताप के पत्र का वायरल सच
पणजी , सोमवार, 26 मार्च 2018 (12:50 IST)
पणजी। सोमवार से गोआ के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के इलाज का दूसरा चरण शुरू हो रहा है। इससे पहले नाम से सोशल मीडिया पर एक पत्र काफी वायरल हो रहा है। माना जा रहा है कि यह पत्र खुद बीमार मुख्यमंत्री ने लिखा है। पत्र में पश्चाताप और कथित आत्मनिरीक्षण की बात कही गई है।
 
इस मामले पर मुख्यमंत्री कार्यालय का कहना है कि यह प्रामाणिक नहीं है और शरारत वाला काम है। रविवार को मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि यह देखा गया है कि सोशल मीडिया पर काफी सारे मैसेज छाए हुए हैं। इसे मुख्यमंत्री द्वारा लिखा माना जा रहा है।

इस तरह के सभी मैसेज प्रामाणिक नहीं हैं और शरारत भरे हैं। मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया संदेश सीधे या फिर उनके वेरिफाईड सोशल मीडिया हैंडल के जरिए ही दिया जाएगा। यह पत्र जो कि झूठी अफवाह है उसे एपल के सह-संस्थापक की 2011 में हुई मौत के बाद बनाया गया था।

इसमें चिंतनशील और पश्चाताप वाली बातें लिखी हैं। खुद मुख्यमंत्री ने लोगों से इस तरह की अफवाहों का शिकार न होने की बात कही है। मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य को बहुत अच्छा बताते हुए राज्य विधान सभा अध्यक्ष प्रमोद सावंत ने कहा कि पर्रिकर का तीन दिनों तक ट्रीटमेंट होगा और उसके दो हफ्ते बाद उन्हें छुट्टी दे दी जाएगी। इसके वापस गोवा लौट आएंगे। रविवार को सीएमओ गोवा फेसबुक पेज से रविवार को परिकर के स्वास्थ्य से संबंधित अफवाहों को खारिज किया गया था। इसमें कहा गया था कि बहुत से शरारती मैसेज सोशल मीडिया पर चल रहे हैं जिसे मुख्यमंत्री द्वारा लिखा बताया जा रहा है।

गौरतलब है कि मनोहर परिकर को 15 फरवरी को मुंबई के लीलावती अस्पताल में पेट दर्द की शिकायत के बाद भर्ती कराया गया था। इसके बाद उन्हें न्यूयॉर्क स्वास्थ्य सुविधा में शिफ्ट किया गया था। जहां उनके एडवांस स्टेज के पैनक्रियाटिक कैंसर का इलाज चल रहा है, वहीं सीएमओ का कहना है कि पर्रिकर को हल्के अग्नाशयकोप (माइल्ड पैनक्रियाटिक) से पीड़ित हैं और वे इलाज में सकारात्मक प्रतिक्रिया दे रहे हैं। (एजेंसियां) 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

AADHAR SPECIAL : क्या आधार नंबर से चुराई जा सकती हैं निजी जानकारियां?