ममता बनर्जी ने BJP को बताया चंबल का डकैत, कहा- इनसे बड़ा कोई चोर नहीं

Webdunia
मंगलवार, 15 दिसंबर 2020 (22:34 IST)
जलपाईगुड़ी। पश्चिम बंगाल (west bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (mamata banerjee) ने मंगलवार को केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वे आईपीएस अधिकारियों को अपने अधीन सेवा देने के लिए तलब कर राज्य के अधिकार क्षेत्र में हस्तक्षेप कर रही है। बनर्जी ने कहा कि भाजपा के लिए हर कोई चोर है और वे संत हैं। भाजपा डकैतों और चोरों की पार्टी है। उसने राज्य के लोगों को धमकाने के लिए चंबल क्षेत्र से डकैतों को भेजा है।
ALSO READ: सुखबीर बादल बोले- असली टुकड़े-टुकड़े गैंग भाजपा, पंजाबी हिन्दुओं को सिखों के खिलाफ भड़का रही है...
बनर्जी ने केंद्र सरकार को राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की चुनौती भी दी और पश्चिम बंगाल को ‘दंगा प्रभावित’ गुजरात में बदलने का प्रयास करने के लिए उसकी आलोचना की। बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में शरणार्थी कॉलोनी को मान्यता दी गई है और किसी को भी राष्ट्रीय नागरिक पंजी, संशोधित नागरिकता कानून और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को लेकर डरने की जरूरत नहीं है।
ALSO READ: कर्नाटक विधान परिषद में मर्यादा की उड़ीं धज्जियां, कांग्रेस MLC ने सभापति को कुर्सी से खींचकर हटाया
उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमला नहीं किया गया और आश्चर्य जताया कि ‘दोषी ठहराए गए अपराधी’उनके साथ क्यों थे?
 
बनर्जी ने यहां एक रैली में कहा कि अगर भाजपा और केंद्र सरकार सोचती है कि वे केंद्रीय बल यहां लाकर और राज्य कैडर के अधिकारियों का तबादला कर हमें डरा देंगे तो वे गलत सोच रहे हैं। केंद्र हमारे अधिकारियों को तलब कर रहा है...कोई भी उन्हें (नड्डा) या उनके काफिले को चोट नहीं पहुंचाना चाहता था। 
उन्होंने कहा कि उनके काफिले में इतनी कारें क्यों थीं? दोषी अपराधी उनके साथ क्यों थे? जिन गुंडों ने पिछले वर्ष ईश्वरचंद्र विद्यासागर की प्रतिमा तोड़ी, वे भी नड्डा के साथ थे... इस तरह के गुंडों को खुला घूमते देखकर लोग क्रोधित हो गए...मैं केंद्र को चुनौती देती हूं कि बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाकर दिखाए।
ALSO READ: MP ‌में 18 दिसंबर ‌से‌‌ खुल रहे 9वीं से 12वीं तक के स्कूलों के ‍लिए गाइडलाइन जारी, प्रार्थना ‌और खेलकूद ‌की गतिविधियों पर रहेगा बैन
भगवा पार्टी को ‘डकैतों और चोरों का समूह’ बताते हुए बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा अपनी नाकामियों से ध्यान हटाने के लिए तृणमूल कांग्रेस की ओर उंगली उठा रही है और बेबुनियाद आरोप लगा रही है।
ALSO READ: मुकेश अंबानी COVID-19 टीकाकरण अभियान को आगे बढ़ाने के लिए उपलब्ध कराएंगे टेक्नोलॉजी टूल्स
उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए हर कोई चोर है और वे संत हैं। भाजपा डकैतों और चोरों की पार्टी है। उसने राज्य के लोगों को धमकाने के लिए चंबल क्षेत्र से डकैतों को भेजा है।
 
राष्ट्रगान बदलने को लेकर भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा हाल में प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्र का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर इस तरह का ‘दुस्साहस’ किया जाता है तो राज्य के लोग करारा जवाब देंगे।
ALSO READ: SBI कार्ड, BPCL ने मिलकर जारी किया क्रेडिट कार्ड, ग्राहकों को मिलेगा लाभ
उन्होंने कहा कि वे हमारे देश का इतिहास बदलना चाहते हैं और अब राष्ट्रगान भी बदलना चाहते हैं।  अलग गोरखालैंड राज्य के लंबित मुद्दों का हवाला देते हुए बनर्जी ने कहा कि भाजपा दार्जीलिंग हिल्स की समस्याओं का कभी स्थायी समाधान नहीं कर सकती। ‘केवल तृणमूल कांग्रेस ही ऐसा कर सकती है।’
ALSO READ: भारत में किसी भी दिन शुरू हो सकता है कोरोना का टीकाकरण, केंद्र ने राज्यों से कहा- रहें तैयार
उन्होंने कहा कि मैंने कभी गोरखालैंड की बात नहीं की है। लेकिन मैं आपको आश्वस्त कर सकती हूं कि केवल तृणमूल ही स्थायी समाधान दे सकती है। भाजपा ना तो ऐसा करेगी ना उसकी इसमें दिलचस्पी है। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Operation Sindoor के दौरान POK पर कब्जा क्यों नहीं किया, प्रधानमंत्री मोदी से किसने किया यह सवाल

कर्नाटक में 18 भाजपा विधायकों का निलंबन हुआ रद्द, विधानसभा अध्यक्ष खादर ने दी यह नसीहत

हिंदू मजबूत होंगे तभी दुनिया में... RSS प्रमुख मोहन भागवत ने क्यों कहा ऐसा

भारत बना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, जापान को पछाड़ा, प्रति व्यक्ति आय में हुई बढ़ोतरी

पहलगाम हमले पर भाजपा सांसद जांगड़ा के बयान पर बवाल, क्या है कांग्रेस की मोदी से मांग

सभी देखें

नवीनतम

नीति आयोग की बैठक में नहीं शामिल हुए CM नीतीश, तेजस्वी यादव ने किया ऐसा कटाक्ष

इसराइल ने गाजा पर फिर किए हमले, बच्चों समेत 38 लोगों की मौत

UP : कंटेनर से टकराई बेकाबू कार, 4 लोगों की मौत

अमृतसर में अकाली दल के पार्षद की गोली मारकर हत्या, मिल रहे थे धमकीभरे कॉल, 3 हमलावर पहचाने गए

Operation Sindoor के दौरान POK पर कब्जा क्यों नहीं किया, प्रधानमंत्री मोदी से किसने किया यह सवाल

अगला लेख