TMC यानी तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा Mahua Moitra अक्सर अपनी बेबाकी की वजह से चर्चा में रहती हैं। बुधवार को संसद में उन्होंने एक बार फिर से फायर भाषण दे डाला। उन्होंने केंद्र सरकार पर कई आरोप लगाए और पंगा नहीं लेने की बात कही। यहां तक कि महुआ ने भारतीय अर्थव्यवस्था के आंकड़ें गिनाते हुए कई सवाल उठाए और किसी का नाम लिए बगैर यह भी पूछ डाला कि कौन है असली पप्पू?
सोशल मीडिया के तमाम मंचों के साथ ही ट्विटर पर यह वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। दरअसल, महुआ मोइत्रा ने 13 दिसंबर को संसद में अर्थव्यवस्था (Indian Economy) के विकास को लेकर आंकड़ों का जिक्र करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। महुआ मोइत्रा ने कहा, किसी को नीचा दिखाने के लिए पप्पू शब्दावली का इस्तेमाल किया गया, लेकिन आंकड़ों के जरिये पता चलता है कि असली पप्पू कौन है?
अंग्रेजी में बोलते हुए केंद्र सरकार पर ताबड़तोड़ हमला बोला और आरोप लगाते हुए महुआ मोइत्रा ने कहा कि हर फरवरी में सरकार लोगों को भरोसा दिलाती है कि अर्थव्यवस्था बहुत अच्छा कर रही है। सभी को गैस सिलेंडर, रहने को घर और बिजली जैसी तमाम बुनियादी सुविधाएं मिल रही हैं। लेकिन दिसंबर आते-आते सरकार के दावों की हवा निकल जाती है।
उन्होंने कहा, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर में देश का औद्योगिक उत्पादन चार प्रतिशत घटकर 26 महीने के निचले स्तर पर आ गया, लेकिन विनिर्माण क्षेत्र जो अभी भी सबसे बड़ा उत्पादक है, उसमें नौकरियों में 5.6 प्रतिशत तक की कमी आई है। इस साल फॉरेक्स रिजर्व भी 72 बिलियन डॉलर से गिरा
नागरिकता क्यों छोड़ रहे लोग
उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि साल 2022 के शुरुआत में 1 लाख 83 हजार से ज्यादा लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ी है और इस सरकार के 9 साल के कार्यकाल में 12.5 लाख लोगों ने नागरिकता छोड़ी। अमीर लोग भी देश छोड़ रहे हैं क्या अच्छी अर्थव्यवस्था की पहचान है। अगर ऐसा है तो अमीर लोग देश क्यों छोड़ रहे हैं।
महुआ मोइत्रा ने अपनी स्पीच की शुरुआत जोनाथन स्विफ्ट की पंक्तियों से की। उन्होंने कहा कि अगर कोई झूठ एक घंटे तक जिंदा रह जाता है तो वह अपना काम कर देता है। झूठ प्रसारित हो जाता है और उसके बाद सच लड़खड़ाता हुआ सा नजर आता है। सरकार हर साल यकीन दिलाती है कि अर्थव्यवस्था बहुत अच्छी चल रही है। हम दुनिया में सबसे ज्यादा तेजी से बढ़ने वाले हैं। लेकिन ये सब झूठ है। सच 8-10 महीने बाद दिसंबर में लड़खड़ाता हुआ सामने आता है।
ED की कार्रवाई पर क्या बोलीं महुआ
महुआ मोइत्रा ने अपने भाषण के दौरान ईडी के खिलाफ भी मोर्चा खोला। महुआ मोइत्रा ने कहा कि देश में ईडी द्वारा फैलाए गए डर का माहौल है, जिसकी वजह से अमीर लोग देश छोड़कर भाग रहे है, यही नहीं राजनैतिक नेताओं को ईडी द्वारा डराया जा रहा है। टीएमसी सांसद ने कहा कि विरोधी दलों के नेताओं को परेशान करने के लिए ईडी को इस्तेमाल किया जा रहा है।
जड़ी-बूटी बाबा है रामदेव
महुआ यहीं नहीं रूकीं। उन्होंने बाबा रामदेव पर भी निशाना साधा। उनके बारे में भी कहा। एक जड़ी-बूटी बाबा ने पब्लिक में कहा कि उन्हें महिलाएं साड़ी और सलवार में पसंद हैं या फिर वे कुछ भी न पहनी हों। एक रूलिंग पार्टी के डिप्टी चीफ मिनिस्टर की पत्नी की मौजूदगी में ऐसा कहा। अपने सीने पर हाथ रखकर पूछिए अगर किसी भी विपक्षी नेता ने कहीं भी ऐसा बयान दिया है क्या। सत्ता पक्ष ने इसकी निंदा तक नहीं की। कोई विरोध नहीं हुआ। हत्यारा और रेपिस्ट पैरोल पर बाहर आता है और उपदेश देता है।
पागल के हाथ में माचिस किसने दी?
महुआ ने अपना भाषण एक शेर से खत्म करते हुए यहां तक कह डाला कि बस्ती को जलाने के लिए पागल के हाथ में माचिस किसने दे दी। उन्होंने इस बात को पूरा करते हुए यह शेर सुनाया।
सवाल ये नहीं है कि बस्ती किसने जलाई। सवाल ये है कि पागल के हाथ में माचिस किसने दी। ये वो सवाल है, जिसका जवाब भारत जानना चाहता है।
Edited by navin rangiyal