प्रयागराज। उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक नगरी तीर्थराज प्रयाग में चल रहे माघ मेले में मध्यप्रदेश के डेढ़ फुटिया बाबा श्रद्धालुओं के आकर्षण का केन्द्र बने हुए हैं।
संगम में आस्था की डुबकी लगाने, ध्यान और दान करने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अजब-गजब डेढ़ फुटिया मध्यप्रदेश में सतना के मैहर के रहने वाले बाबा रामऔतार आकर्षण का केन्द्र बने हुए हैं। तट पर जाने वाले स्नानार्थियों के कदम बाबा के सामने पड़ते ही ठिठक जाते हैं। आस्था के वशीभूत उन्हें कुछ न कुछ अवश्य चढ़ावे के रूप में दे जाते हैं, जिससे उन्हें अच्छी आमदनी हो रही है।
मेले में चारों ओर विभिन्न वेश-भूषा धारण किए साधु और बाबा लोगों के सामने हाथ फैलाते नजर आएंगे, लेकिन डेढ़ फुटिया बाबा बंधवा स्थित लेटे हनुमान मंदिर के पास सड़क किनारे लेटे रहते हैं। वह अपने हाथ से आवाज करने वाला खिलौना घुमाते रहते हैं। यदाकदा यदि किसी श्रद्धालु की निगाह उधर नहीं पड़ने वाली रहती है, तब भी उसकी आवाज से उनकी तरफ देखने और ठिठकने को मजबूर हो जाता है।
बाबा की उम्र 56 साल के है। इनकी देखरेख करने के लिए चाची रेखा इनके साथ हैं। बाबा बात का जवाब तो देते हैं लेकिन उनकी आवाज साफ नहीं समझ आती।
श्रीमती रेखा ने बताया कि वह मेला में पूर्णमासी के दिन आई हैं और अगली पूर्णमासी के बाद चली जाएंगी। वह नित्य भोर में संगम स्नान करती हैं और संगम का जल रामऔतार के मुंह में और उनके ऊपर भी छिड़क कर उन्हें
भी माघ स्नान का पुण्य प्रदान करवाती हैं। वह पिछले 20 साल से लगातार यहां आ रही हैं।
उन्होंने रामऔतार की बीमारी के बारे में कहा कि वह जन्मजात विकलांग हैं। बचपन में इनके मां-बाप ने बहुत उपचार कराया, लेकिन चिकित्सकों ने मना कर दिया। इसके बाद उपचार भी बन्द कर दिया गया। इसे कुदरत का
दिया हुआ तोहफा मानकर स्वीकार कर लिया।