नई दिल्ली। कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों एवं सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के एक घटक दल के अलग-अलग मुद्दों पर भारी हंगामे के कारण लोकसभा में सोमवार को लगातार छठे दिन भी कोई कामकाज नहीं हो सका और कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित करनी पड़ी।
एक बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही 12 बजे दोबारा जैसे ही शुरू हुई, विभिन्न दलों के सदस्य हाथों में बैनर और तख्तियां लिए नारेबाजी करते हुए आसन के समीप पहुंच गए। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू की तेलुगू देशम पार्टी तथा वाईएसआर कांग्रेस के सदस्य आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने, अन्नाद्रमुक सदस्य कावेरी जल विवाद प्रकरण, तेलंगाना राष्ट्र समिति के सदस्य राज्य में आरक्षण का कोटा बढ़ाने तथा कांग्रेस सदस्य बैंक घोटाले के मामले में हंगामा करने लगे और तख्तियां लेकर और नारे लगाते हुए आसन के सामने आ गए।
हंगामे के बीच अध्यक्ष ने शोर शराबा कर रहे सदस्यों से कुछ कहने का प्रयास किया, लेकिन भारी हंगामे की वजह से उनकी आवाज सुनाई नहीं दी। शोरगुल के बीच उन्होंने प्रश्नकाल जारी रखने का प्रयास किया लेकिन हंगामे में कुछ सुनाई नहीं दे रहा था। इसलिए श्रीमती महाजन ने पांच मिनट के भीतर ही सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी। बाद में भी यही स्थिति रही और सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। बजट सत्र के दूसरे चरण में विपक्षी दलों के भारी हंगामे के कारण लोकसभा में प्रश्नकाल लगातार छठे दिन नहीं चल सका। (वार्ता)