Weather Updates: उत्तर भारत (North India) में भीषण गर्मी का दौर जारी है। आंधी-तूफान और हल्की बारिश (light rain) के बावजूद उत्तर भारत के लोगों को गर्मी से राहत अभी भी नहीं मिली है। दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) समेत देश के उत्तरी हिस्सों में तेज हवा के साथ बरसात हुई थी लेकिन उत्तर भारत के लोगों को भीषण गर्मी से छुटकारा नहीं मिला है। देश के अधिकतर भागों में तापमान (temperature) 50 डिग्री के आसपास ही चल रहा है।
इन जगहों पर तापमान 40 के पार रहा : राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली एनसीआर, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ जैसे प्रदेशों में अधिकांश जगहों पर तापमान 40 के पार रहा। कुछ जगहों पर तो अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से भी ऊपर चला गया। दूसरी तरफ दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। सालों के बाद देश के दक्षिणी और उत्तर-पूर्व के हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून एक साथ सक्रिय हुआ है। मौसम विभाग (IMD) ने इन क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है।
कानपुर में पारा हुआ 48 डिग्री के पार : उत्तरप्रदेश में गर्मी का प्रकोप लगातार जारी है। इलाहाबाद में 100 साल से भी ज्यादा पुराना रिकॉर्ड टूटने के बाद शुक्रवार को कानपुर का अधिकतम तापमान 48.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। झांसी में भी पारा 45 के पार पहुंच गया।
मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा व हिमाचल में भी गर्मी का कहर : राजस्थान से लेकर हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब और ओडिशा में भी लोगों को झुलसाने वाली गर्मी का सामना करना पड़ा। राजस्थान के गंगानगर में अधिकतम तापमान 47.3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया जबकि मध्य प्रदेश के छतरपुर में पारा 47 के पार चला गया। सिरसा में अधिकतम तापमान 47.8 रिकॉर्ड किया गया। हिमाचल प्रदेश के ऊना में भी पारा 45 तक पहुंच गया। झारखंड के डाल्टनगंज में लोगों को 46 डिग्री टेम्प्रेचर में झुलसना पड़ा।
मानसून की परिस्थितियां अनुकूल : मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों, दक्षिण अरब सागर के शेष हिस्सों, लक्षद्वीप और केरल, कर्नाटक के कुछ हिस्सों, तमिलनाडु के कुछ और हिस्सों, दक्षिण-पश्चिम और मध्य बंगाल की खाड़ी, उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी के शेष हिस्सों, असम और मेघालय और उपहिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों में अगले 2 दिनों के दौरान मानसून की शुरुआत के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो रही हैं।
उत्तर-पूर्व असम और आसपास के क्षेत्रों पर चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ को जम्मू और आसपास के क्षेत्रों पर चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जा रहा है। उत्तर-पश्चिम उत्तरप्रदेश पर 1.5 किलोमीटर तक फैला हुआ एक चक्रवाती परिसंचरण है।
उत्तर-पश्चिम उत्तरप्रदेश पर चक्रवाती परिसंचरण से एक द्रोणिका दक्षिण-पूर्व उत्तरप्रदेश, दक्षिण बिहार, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल और निचले स्तरों पर सिक्किम होते हुए पश्चिमी बांग्लादेश तक फैली हुई है। पश्चिम-मध्य अरब-ओमान तट पर 1.5 से 4.5 किलोमीटर के बीच एक चक्रवाती परिसंचरण है। दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत पर 8° उत्तरी अक्षांश के पास एक विंड शेयर जोन क्षेत्र समुद्र तल से 3.1 से 4.5 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। केरल तट के पास दक्षिण-पूर्व अरब सागर पर एक चक्रवाती परिसंचरण है।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि: स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार आज शनिवार को लक्षद्वीप, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, सिक्किम, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है। तटीय और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, पूर्वोत्तर बिहार, ओडिशा, झारखंड, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और पश्चिमी हिमालय में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
बारिश के साथ धूलभरी आंधी चलेगी : अगले 2 दिनों के दौरान उत्तरप्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में गरज के साथ बारिश के साथ धूलभरी आंधी चल सकती है। विदर्भ, छत्तीसगढ़ और कोंकण और गोवा में छिटपुट हल्की बारिश संभव है। 1 जून को उत्तर और पश्चिमी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, झारखंड, बिहार और ओडिशा के कुछ हिस्सों में लू से लेकर भीषण लू की स्थिति बन सकती है और उसके बाद इसमें कमी आ सकती है।(Photo courtesy: IMD)
Edited by: Ravindra Gupta