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Weather Updates: यूपी और बिहार में भी बारिश का अलर्ट, पहाड़ों पर बाढ़ का खतरा

हिमाचल प्रदेश में IMD ने जारी की भारी बारिश की चेतावनी

हमें फॉलो करें Weather Updates: यूपी और बिहार में भी बारिश का अलर्ट, पहाड़ों पर बाढ़ का खतरा

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, शुक्रवार, 9 अगस्त 2024 (09:10 IST)
Weather Updates: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज शुक्रवार के मौसम को लेकर अलर्ट (alert) किया है। इसने यूपी और बिहार में भी बारिश का अलर्ट (Delhi) जारी किया है। राजधानी दिल्ली में आज भी बारिश होने की संभावना है, जबकि शनिवार और रविवार को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। हिमाचल प्रदेश में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
 
मौसम विभाग के अनुसार इस सप्ताह में बचे हुए दिनों में देशभर के अधिकांश हिस्सों में झमाझम बारिश होगी। मौसम विभाग के अनुसार आज यानी शुक्रवार को दिल्ली ही नहीं यूपी और बिहार के जिलों में भी बारिश हो सकती है जिसकी वजह से आने वाले 2 दिनों तक देशभर में मौसम काफी खुशनुमा रहने वाला है।
 
राजस्थान के धौलपुर में निर्माणाधीन मकान की छत गिरी, 1 महिला की मौत : जयपुर धौलपुर से मिले समाचारों के अनुसार राजस्थान के अनेक इलाकों में भारी बारिश का दौर जारी है, जहां बीते 24 घंटे में धौलपुर में सबसे अधिक 200 मिलीमीटर (मिमी) वर्षा हुई। मौसम केंद्र (जयपुर) के अनुसार गुरुवार सुबह 8.30 बजे तक पिछले 24 घंटों में पश्चिमी राजस्थान में कुछ स्थानों पर तथा पूर्वी राजस्थान में अनेक स्थानों पर वर्षा हुई। इसी दौरान दौसा, अलवर, झुंझुनू, सवाई माधोपुर में भारी वर्षा तथा धौलपुर, करौली एवं भरतपुर जिलों में अधिक भारी वर्षा हुई।
 
केंद्र के प्रभारी राधेश्याम शर्मा ने बताया कि पूर्वी राजस्थान में अगले 5-7 दिनों के दौरान अनेक भागों में मेघ गर्जन एवं वर्षा जारी रहने की संभावना है। पुलिस के अनुसार धौलपुर के कोतवाली थानाक्षेत्र में गुरुवार तड़के एक निर्माणाधीन मकान की छत गिरने से 1 महिला की मौत हो गई। उसने बताया कि आशियाना कालोनी में बरसात के दौरान छत गिरने 52 वर्षीय नगीना खान की मौत हो गई।
 
केंद्र के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान सबसे अधिक बारिश 20 सेंटीमीटर (सेंमी) धौलपुर में हुई। इसी तरह भरतपुर के नदबई में 15 सेंमी, धौलपुर के बाड़ी में 15 सेंमी, करौली में 14 सेंमी, दौसा के महुआ में 9 सेंमी, अलवर के कठूमर में 9 सेंमी, झुंझुनू के पिलानी में 8 सेंमी बारिश हुई।
 
गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, सवाई माधोपुर, जयपुर, बारां, सीकर एवं दौसा जिलों में भी इस दौरान अनेक जगहों पर 2 से लेकर 7 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। राज्य की राजधानी जयपुर में गुरुवार को दिनभर अनेक इलाकों में रुक-रुककर वर्षा होती रही। केंद्र के अनुसार गुरुवार सुबह से शाम 5.30 बजे तक पिलानी में 16 मिमी, जयपुर में 12.9 मिमी, अलवर में 10 मिमी, वनस्थली में 8 मिमी बारिश दर्ज की गई।
 
विभाग ने अगले 5-7 दिनों तक पूर्वी राजस्थान में कई स्थानों पर मध्यम बारिश की संभावना जताई है। इस दौरान कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। उन्होंने बताया कि बीकानेर संभाग में के कुछ भागों में आज से एवं जोधपुर संभाग के कुछ भागों में 9-10 अगस्त से बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना है।
 
बिहार में लगातार बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ा : पटना से मिले समाचारों के अनुसार बिहार के विभिन्न हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान लगातार बारिश के कारण बागमती, गंडक, गंगा, कमला बलान और कोसी सहित राज्य की अन्य प्रमुख नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बिहार के जल संसाधन विभाग की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार राज्य के कुछ क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश के कारण बागमती, गंडक, गंगा, कमला बलान और कोसी जैसी प्रमुख नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी है।
 
विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार पटना शहर के गांधी घाट और उसके आसपास के इलाकों में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और गुरुवार को यह 48.60 मीटर के खतरे के निशान को छू गई। बुलेटिन में बताया गया कि मुजफ्फरपुर और गायघाट तथा अन्य आसपास के इलाकों में बागमती नदी का जलस्तर 48.68 मीटर के खतरे के निशान को छू गया। इसमें बताया गया कि मुजफ्फरपुर में बागमती नदी का जलस्तर 49.7 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से ऊपर है। इसी तरह गंडक नदी ने गुरुवार को गोपालगंज और सिधवलिया में खतरे के निशान को पार कर लिया है।
 
पटना के जिलाधिकारी (डीएम) चंद्रशेखर सिंह ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा कि पिछले 24 घंटों में गंगा नदी में जलस्तर निश्चित रूप से बढ़ा है। हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए सभी एहतियाती उपाय कर रहे हैं।
 
बिहार आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार अगले 24 घंटों में अररिया, अरवल, बांका, बेगूसराय, भागलपुर, बक्सर, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, जमुई, खगड़िया, किशनगंज, लखीसराय, मधुबनी, मुंगेर, नालंदा, नवादा, पटना, पूर्णिया, रोहतास, समस्तीपुर आदि जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
 
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हिमाचल प्रदेश में 10 और 11 अगस्त के लिए बारिश का 'ऑरेंज' अलर्ट : शिमला से मिले समाचारों के अनुसार मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के कुछ स्थानों पर सप्ताहांत में गरज-चमक और आंधी के साथ भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान जताते हुए गुरुवार को 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया। राज्य में मानसून की सक्रियता के बीच अगले 24 घंटे में सिरमौर, चंबा, शिमला, कुल्लू और मंडी जिलों के अलग-अलग हिस्सों में हल्के से मध्यम स्तर के बाढ़ के खतरे की भी चेतावनी दी है।
 
बुधवार शाम 5.30 बजे के बाद से शिलारू में सबसे अधिक 86.4 मिली बारिश दर्ज की गई, इसके बाद बग्गी में 76.6 मिमी, सुंदरनगर में 64.2 मिमी, मंडी में 60.2 मिमी, गोहर में 57.4 मिमी, जोगिंदरनगर में 53 मिमी, पंडोह में 50 मिमी, पालमपुर में 48.8 मिमी, धर्मशाला में 38 मिमी, कुफरी में 24 मिमी, कांगड़ा में 22.6 मिमी, धौलाकुआं में 22 मिमी, नारकंडा में 20 मिमी और मनाली में 15 मिमी बारिश हुई।
 
प्रदेश में 1 जून से 8 अगस्त तक मानसून अविध में वर्षा में 29 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। इस अवधि के दौरान राज्य में 307.9 मिमी वर्षा हुई जबकि औसतन 435.5 मिमी बारिश होती है। हालांकि अगस्त की शुरुआत से ही लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य में इस माह में अत्यधिक वर्षा दर्ज की गई। अगस्त में अब तक हिमाचल प्रदेश में सामान्य वर्षा 78.5 मिमी की तुलना में 80.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
 
राज्य में बुधवार से हो रही बारिश के कारण मंडी में 37, शिमला में 29, कुल्लू में 26, कांगड़ा में 6, किन्नौर और लाहौल एवं स्पीति में 4-4, सिरमौर में 2 और हमीरपुर जिले में 1 सड़क समेत कुल 109 सड़कें बंद हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने बताया कि प्रदेश में 58 बिजली और 15 जलापूर्ति योजनाएं भी बाधित हुई हैं।
 
मौसम विभाग ने कुछ स्थानों पर भूस्खलन और अचानक बाढ़ आने की आशंका के साथ तेज हवाओं और निचले इलाकों में जलभराव के कारण बागानों, फसलों, कमजोर संरचनाओं और कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचने की चेतावनी दी है। अधिकारियों ने बताया कि 27 जून से 7 अगस्त के बीच बारिश से संबंधित घटनाओं में 94 लोगों की मौत हो गई और राज्य को लगभग 787 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।
 
चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना : औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ अब गंगानगर, हिसार, अलीगढ़, वाराणसी, दीघा से होकर गुजर रही है, जो वहां से दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी तक जाती है। हरियाणा और आसपास के इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
 
झारखंड, उत्तरी ओडिशा और छत्तीसगढ़ के ऊपर समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है। अगले 24 घंटों के दौरान इसी क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। पूर्वोत्तर असम पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। औसत समुद्र तल पर कमजोर अपतटीय ट्रफ दक्षिण गुजरात से उत्तरी केरल तट तक चलता है।
 
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटों के दौरान विदर्भ और पूर्वी मध्यप्रदेश में मध्यम से भारी बारिश हुई। उत्तरप्रदेश, तेलंगाना, तटीय कर्नाटक, गोवा, उत्तर-पूर्व राजस्थान और दक्षिण-पश्चिम मध्यप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश हुई।
 
तटीय महाराष्ट्र, केरल, पूर्वोत्तर भारत, बिहार, पूर्वी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, हरियाणा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तमिलनाडु, केरल, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हुई। सौराष्ट्र और कच्छ, पंजाब, पश्चिम राजस्थान और आंतरिक कर्नाटक में हल्की बारिश हुई।
 
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार आज शुक्रवार, 9 अगस्त को पूर्वोत्तर राजस्थान, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्यप्रदेश, असम और अरुणाचल प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, कोंकण, गोवा और तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
 
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक, लक्षद्वीप, पंजाब, गुजरात, पूर्वोत्तर भारत, ओडिशा, तेलंगाना और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। सौराष्ट्र के कच्छ और पश्चिमी राजस्थान में हल्की बारिश संभव है।(Photo courtesy: IMD)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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